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पाकिस्तान संग तनाव के कारण सब्जियां सस्ती!

vegetable_22_09_2016नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उरी में आतंकवादी हमले के बाद घरेलू बाजार में सब्जियों के भाव कम होने लगे हैं। ट्रेडरों का कहना है कि पाकिस्तान को टमाटरों का निर्यात घटकर रोजाना 50 ट्रक रह गया है, जो पिछले माह 300 ट्रक था। इसका सीधा मतलब है कि घरेलू मंडियों में आवक बढ़ेगी। वैसे भी पिछले एक महीने के दौरान थोक मंडियों में टमाटर और आलू के भाव क्रमशः 50 फीसद और 21 फीसद कम हो गए हैं।

चूंकि अब पाकिस्तान को निर्यात कम हो गया है, लिहाजा अक्टूबर में इनके भाव और घट सकते हैं। यही नहीं, पंजाब में अच्छी फसल की उम्मीद और कोल्ड स्टोरेज में भारी मात्रा में आलू होने की असर भी हो रहा है। अक्टूबर तक बाजार में पंजाब का आलू आने लगेगा और तब इसके भाव घटने के आसार हैं।

पाकिस्तान को निर्यात मुश्किल

एक रिपोर्ट में टमाटर व्यापार संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक के हवाले से कहा गया है, “इस बार टमाटर की फसल काफी अच्छी हुई है। कई मुश्किलों के बावजूद हम अगस्त में रोजाना पाकिस्तान को 300 ट्रक निर्यात कर रहे थे। लेकिन, सितंबर की शुरुआत से पड़ोसी देश जाने वाले ट्रकों की संख्या घटकर रोजाना 50 रह गई।

उरी में हमले से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। इस वजह से अटारी-वाघा सीमा के जरिए टमाटर का निर्यात मुश्किल हो जाएगा।” पाकिस्तान ने अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए भारत से 137 चीजों के आयात की इजाजत दी है। एक अनुमान के मुताबिक इस रास्ते दोनों देशों के बीच करीब 3,000 करोड़ रुपए का कारोबार होता है।

टमाटर 50 फीसदी सस्ता

थोक मंडियों में टमाटर का भाव 50 प्रतिशत कम होकर 15-20 रुपए किलो रह गया है, हालांकि खुदरा भाव 25-30 रुपए किलो है। कौशिक के मुताबिक थोक भाव में 5 रुपए प्रति किलो की और गिरावट आने के आसार बने हुए हैं।

आलू के भाव भी गिरे

आगे आलू के भाव में भी गिरावट तय है। पिछले एक महीने के दौरान थोक मंडियों में आलू 21 फीसदी गिरावट के साथ 11 रुपए प्रति किलो रह गया है। वजह यह रही कि पिछले सीजन का आलू अब भी कोल्ड स्टोरेज में पड़ा है और अब बाजार में आ रहा है। आजादपुर पटैटो एंड अनियन मर्चेंट्स असोसिएशन के महासचिव राजिंदर शर्मा के मुताबिक कोल्ड स्टोरेज में काफी आलू है क्योंकि उत्तर प्रदेश में इस साल फसल काफी अच्छी रही है। अगले महीने भाव और गिर सकते हैं क्योंकि तब पंजाब से फसल की आवक शुरू हो जाएगी और आपूर्ति बढ़ जाएगी। अक्टूबर में थोक भाव 5 रुपए प्रति किलो और घट सकता है।

 

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