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इमेज बदलने में लगी आप, पंजाब में सिख चेहरे की तलाश में जुटी

NEW DELHI, INDIA - APRIL 21: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal during the inauguration of the Bawana water treatment plant with a capacity of 20 million gallons daily (MGD), the plant is expected to boost the capital's water supply, on April 21, 2015 in New Delhi, India. (Photo by Sushil Kumar/Hindustan Times via Getty Images)

चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी को पंजाब में कई मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है। पंजाब में बाहरी लोगों की पार्टी होने और बाहरी नेताओं को पंजाब में पार्टी ऑब्जर्वर बनाने के आरोपों के बाद पार्टी में घमासान की स्थिति है। सूत्रों के मुताबिक बाहरी होने और पंजाब और सिख धर्म की समझ न होने के आरोपों से निपटने के लिए पंजाब में पार्टी एक पंथक चेहरा ढूंढ़ रही है। पंथक यानि सिख धर्म से जुड़ा और सिख धर्म की गहरी समझ रखने वाला चेहरा।

सूत्रों के मुताबिक पार्टी अब इसी पंथक चेहरे को पंजाब विधानसभा चुनाव में आगे रखने का मन बना रही है। यही वजह है कि पार्टी दिल्ली से ऑब्जर्वर बनाकर भेजे गए 54 नेताओं को पार्टी ने बुलाना शुरू कर दिया है। हालांकि पार्टी सांसद भगवंत मान कह रहे है कि इन 54 ऑब्जर्वर का काम पूरा हो चुका है, इसी वजह से इन नेताओं को वापिस दिल्ली भेजा जा रहा है। पर सच ये है कि इन बाहरी नेताओं के खिलाफ पंजाब में उठ रहे विरोध के सुर को देखते हुए इन्हें वापस दिल्ली भेजा जा रहा है।

पंजाब में पंथक चेहरे की तलाश में लगी आप इस पर कुछ भी खुलकर नहीं बोल रही है। पार्टी के नेता भगवंत मान और सुखपाल खेहरा का कहना है कि उनके पास पहले से ही एच एस फुल्का, जरनैल सिंह और गुरप्रीत गुग्गी जैसे सिख चेहरे हैं। पर हकीकत ये है कि इन चेहरों को सिख पंथ से जुड़े लोग गंभीरता से नहीं लेते। यही वजह है कि पार्टी पंजाब में लोकल सिख पंथक चेहरे को अपने साथ जोड़ने की कवायद में लगी है।

आम आदमी पार्टी के पंथक चेहरे की तलाश की खबर ने विरोधी पार्टियों कांग्रेस और अकाली दल को चुटकी लेने का मौका दे दिया है। कांग्रेस के पंजाब प्रवक्ता राजिंदर दीपा का आरोप है कि पंथक चेहरों को अपने साथ जोड़कर आम आदमी पार्टी उसका इस्तेमाल करेगी और फिर दूसरे सिख नेताओं की तरह उन्हें बाहर का रास्ता वैसे ही दिखा दिया जाएगा, जैसे सुच्चा सिंह छोटेपुर को दिखाया गया था।

आप के पंथक चेहरे तलाशने के मुद्दे पर अकाली दल के प्रवक्ता और पंजाब के कैबिनेट मंत्री दलजीत सिंह चीमा का कहना है कि दल-बदलू नेताओं को अपने साथ जोड़कर आम आदमी पार्टी निचले स्तर की राजनीति कर रही है। ऐसे दल-बदलू नेता पंजाब का पंथक चेहरा नहीं हो सकते।

गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों की पहली लिस्ट के ऐलान के साथ ही आम आदमी पार्टी में बगावत शुरु हुई थी, जो धीरे-धीरे पंजाबी बनाम बाहरी में तब्दील हो गई है। इसी वजह से पार्टी ये कदम उठा रही है ताकि वो पार्टी में जारी अंतरर्कलह को शांत रख सके। साथ ही पंजाब के नेताओं को दरकिनार किए जाने के आरोपों से बाहर निकल सके। इसीलिए पार्टी ने दिल्ली से आए 54 नेताओं को वापस बुला लिया है। पंथक चेहरे की तलाश भी पार्टी की इसी मुहिम का हिस्सा है। इस कदम के बाद आप को उम्मीद है कि पंजाब में उनकी गिरती इमेज संभलेगी और वो पंजाब की सत्ता पर काबिज होने में कामयाब हो सकेगी।

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