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‘लिट्टे की तर्ज पर करें नक्सलियों का सफाया, मानवाधिकारवादियों की फिक्र छोड़ें’

subramanian_swamy_cg_news_2016113_101642_03_11_2016रायपुर, ब्यूरो। भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि नक्सलवाद का सफाया करने एकतरफा खुली कार्रवाई करनी चाहिए। बातचीत की कोई जरूरत नहीं है मानवाधिकार वादियों की परवाह नहीं करनी चाहिए। अफ्सपा (आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल सिक्यूरिटी एक्ट) लगाओ, आर्मी को खुली छूट दो। एक बार तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने पूछा कि लिट्टे की समस्या क्यों है। मैंने कहा था-सरकारी संरक्षण। ऐसा यहां तो नहीं है।

सरकार नक्सलवाद को कुचलने पर सहमत है। बिना कोई चिंता किए सेना से कहो वह इलाका खाली कराए। यही सलाह मैंने लिट्टे के मामले में वहां की प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे को भी दी थी। उन्होंने किसी की परवाह नहीं की और लिट्टे को समाप्त किया।

स्वामी रायपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आयोजन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी में राम मंदिर को छोड़ा तो भाजपा की सरकार बन पाना मुश्किल है। 40 हजार मंदिर तोड़े गए पर हम सिर्फ अयोध्या, मथुरा और काशी ही मांग रहे हैं। यह मुस्लिमों के लिए हमारी ओर से ‘कृष्णा पैकेज’ है।

कृष्ण ने कौरवों से 5 गांव मांगे थे, नहीं मिले। बाद में क्या हश्र हुआ हम सब जानते हैं। राम मंदिर पर अगली सुनवाई में हर दिन सुनवाई की मांग रखूंगा ताकि 2 महीने में मामला खत्म हो और 6 महीने में मंदिर तैयार हो जाए।

चाहता हूं इनकम टैक्स खत्म हो लेकिन जेटली तैयार नहीं

स्वामी ने कहा मैं चाहता हूं इनकम टैक्स खत्म हो, पर अरुण जेटली तैयार नहीं। इसमें पिसता सिर्फ मध्यम वर्ग है। इंकम टैक्स से 3 लाख करोड़ रुपए मिलते हैं। हम 2 जी स्पेक्ट्रम से 3 लाख करोड़, कोयले की खदानों से 21 लाख करोड़ जमा कर सकते हैं। टैक्स हटेगा तो बचत होगी। इससे ग्रोथ बढ़ेगी। अगर मोदी कहें तो मैं तो यह कर दूंगा पर जेटली तैयार नहीं हैं। आखिर वो वकील हैं।

 

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