सुबह होते ही बदल गया रंग, उल्का पिंड गिरने से कार का शीशा चकनाचूर
यमुनानगर (हरिंदर सिंह): यमुनानगर के गांव सुढल में देर रात आसमान का कुछ ऐसा नजारा था कि लोग यही समझ रहे थे कि आसमान में तारे टूट रहे है लेकिन कुछ ही देर के बाद जब आसमान से छोटे-छोटे पत्थर जमीन पर गिरे तो तब जाकर लोगों को पता चला कि आसमान में उठने वाली रंगबिरंगी लाइटें उल्का पिंड की है।
मिली जानकारी के अनुसार गोल्डन रंग का पत्थर एक कार के शीशे पर गिरा जिसके चलते कार का शीशा चकनाचूर हो गया। छोटे-छोटे पत्थर भी जमीन पर गिरे, जोकि गिरते ही स्वाह हो गए।
ऐसे में गांव वालों के हाथ महज एक ही पत्थर लगा जोकि रात को तो गोल्डन था लेकिन सुबह होते होते वह हल्के भूरे रंग में तबदील हो गया। हालांकि गांव के लोग इनको उल्कापिंड से जोड़कर देख रहे है और ऐसे में ग्रामिणों का कहना है कि जो पत्थर जमीन पर गिरे है वह उल्कापिंड है।
टेस्टिंग के लिए इन पत्थरों को अब लैब में भेजने जा रहे है, जिनके बाद ही यह पता चलेगा कि आसमान से गिरने वाले पत्थर उल्कापिंड है या फिर कुछ और फिलहाल इन पत्थरों के गिरने से एक कार के शीशे टूट गए है, जबकि दूसरी को मामूली खरोच आई है।