हैदराबाद में कैब ड्राइवर के खाते में मिले 7 करोड़
हैदराबाद। हैदराबाद में आयकर विभाग उस वक्त चौक गया जब एक कैब ड्राइवर के खाते में 7 करोड़ रुपए होने की जानकारी मिली। यह ड्राइवर कैब कंपनी उबर के लिए काम करता है।
नोटबंदी के बाद जारी आयकर विभाग की स्क्रूटनी के दौरान टीम को इस कैब ड्राइवर के खाते में इतनी बड़ी रकम होने की जानकारी मिली जिसके बाद उसके अकाउंट को जीरो कर दिया गया है। बैंक ऑफ हैदराबाद के इस खाते के 8 नवंबर के दो हफ्ते बाद ही बंद हो चुके पुराने नोट बड़ी मात्रा में जमा किए गए थे।
एक अधिकारी के अनुसार नोटबंदी से पहले यह अकाउंड निष्क्रिय पड़ा हुआ था। खाते में पैसा जमा होने के ठीक बाद इसे एक बुलियन व्यापारी के खाते में चरणबद्ध तरीके से आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कर दिया गया था।
आयकर सूत्रों के अनुसार जब ड्रायवर से इतना कैश जमा होने और दूसरे खाते में ट्रांसफर होने को लेकर पूछताछ की गई तो उसने इस बात से अनभिज्ञता जताई की उसके खाते में पैसा कहां से डला। टीम ने संदिग्ध लेन-देन को शून्य करते हुए बैंक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखना शुरू किया है।
जांच अधिकारी के अनुसार हम बैंक और आसपास के सीसीटीवी की फुटेज चैक कर रहे हैं जिसमें पता चला है कि यह नकदी ड्रायवर के दो साथियों ने जमा करवाई है। टीम ने इन दोनों को ढूंढ लिया है और पूछताछ के लिए बुधवार को हिरासत में ले लिया।
एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी के अनुसार हमने उनसे पूछताछ की है जिसकी रिकॉर्डिंग भी कर ली गई है। वो दोनों इस नकदी पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत टैक्स देने के लिए तैयार हो गए हैं। इसके तहत उन्हें 3.5 करोड़ टैक्स और 25 प्रतिशत पेनल्टी देनी होगी।