जाट आंदोलन को लेकर खूफिया एजेंसियों का बड़ा खुलासा, सरकार पुलिस अलर्ट
वहीं सरकार केंद्रीय गृह मंत्रालय से हर जानकारी साझा कर रही है। गृह सचिव रामनिवास ने बताया कि आंदोलन के दौरान गड़बड़ी की सूचना मिली है। सरकार उपद्रवियों से सख्ती से निपटेगी। शांति भंग करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। हर घटनाक्रम पर निगाह रखी जा रही है।सांसद सैनी की टिप्पणी से सरकार नाराज
हरियाणा सरकार भाजपा सांसद राजकुमार सैनी से नाराज है। सैनी ने सरकार के जाट आंदोलन में मारे गए युवकों के आश्रितों को पंद्रह दिन में नौकरी देने के निर्णय पर सवाल उठाए थे, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कड़ा संज्ञान लिया है। सैनी को पूरे मसले पर तलब किए जाने की भी सूचना है, हालांकि सांसद इससे इंकार कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार सीएम मनोहर लाल ने फोन पर सैनी को संयम बरतने की सलाह दी है।
केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने जाटों से अपनी लड़ाई एकजुट होकर शांतिपूर्ण तरीकेसे लड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यादव, गुर्जर, सैनी व जाट एक ही पृष्ठभूमि के हैं। अगर बाकी जातियों को आरक्षण मिल सकता है तो जाटों को भी मिलना चाहिए।
बातचीत के दरवाजे खुले : मनोहर
सीएम मनोहर लाल ने कहा है कि आंदोलनकारियों से बातचीत के दरवाजे खुले हैं। लोकतंत्र में अपनी बात हर तरीके से रखने का अधिकार है। जाट शांतिपूर्ण आंदोलन कर सरकार के साथ बातचीत केजरिए मसलों को सुलझाएं।
सूरजकुंड आएं जाट : शर्मा
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने जाटों को अनिश्चितकालीन धरने देने के बजाए फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में शामिल होने के लिए कहा है। शर्मा के अनुसार शांति भंग करने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।
मांगें पूरी करे सरकार : मलिक
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक का कहना है कि सरकार बीते वर्ष के समझौते में शामिल जाटों की मांगों पर अमल करे। अभी दिन के साथ रात के 15 धरने ही शुरू किए गए हैं। जल्द 19 जिलों में सभी धरनों को दिन-रात का कर दिया जाएगा।