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नेता को पांच घंटे जबरन कार में घुमाते रहे गुंडे, पुलिस नदारद

हिमाचल के शिमला जिला इंटक उपाध्यक्ष ज्ञान हेटा के साथ लूटपाट और मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। तीन बदमाशों ने गुंडई दिखाते हुए हेटा को देर रात पांच घंटे तक उन्हीं की गाड़ी में बैठाए रखा और शहर के चक्कर लगाते रहे। हैरानी है  इस दौरान पुलिस नदारद रही। 
हालांकि, बाद में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लूटपाट के आरोप में कर्म सिंह निवासी उत्तराखंड, शबीर खान निवासी जम्मू कश्मीर और हिमांशु निवासी फागली शिमला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की उम्र 22 से 25 साल के बीच बताई जा रही है।  पुलिस का कहना है कि लूटपाट के आरोप में पकड़े गए तीनों आरोपी शिमला में पिकअप गाड़ी चलाने का काम करते हैं। 

ज्ञान हेटा ठियोग के रहने वाले हैं और चलौंठी में भी इनका मकान है। घटना वाले दिन रात करीब आठ बजे वह चलोंठी से ठियोग जा रहे थे। इसी दौरान तीनों युवकों ने उन्हें कार से बाहर घसीटा और इनमें से एक आरोपी ने ड्राइविंग सीट संभाली और इन्हें भी इन्हीं की गाड़ी में अपहरण करने की नीयत से डाल दिया। शहर में पांच घंटे कार घूमती रही पर कहीं रोकी नहीं गई। संजौली पुलिस ने लूटपाट और मारपीट की घटना के 5 दिन बाद आरोपियों को हिरासत में लिया है। 

पुलिस के मुताबिक ठियोग के युवक ज्ञान हेटा से मारपीट और लूटपाट की यह घटना 22 जनवरी को संजौली के चलौंठी में हुई। चलौंठी में ज्ञान हेटा को उन्हीं की गाड़ी में जबरन बिठाया। तीनों गुंडे गाड़ी में सवार होकर पूरे शहर में चक्कर लगाते रहे और इस दौरान गाड़ी मालिक ज्ञान हेटा को पीटकर उस पर परिजनों का नंबर देने के लिए दबाव डालते रहे। 

तीनों गुंडे परिजनों का नंबर इसलिए मांग रहे थे ताकि परिजनों से संपर्क कर उनके बेटे को बंधक बनाकर अगवा करने के नाम पर 50 हजार की फिरौती की रकम वसूल की जा सके। जब शातिर अपने इरादों में कामयाब नहीं हुए तो उन्होंने जान से मारने की धमकी देकर हेटा के पास से करीब नौ हजार की नकदी और एक मोबाइल लूट लिया। 

इसके बाद गुंडे हेटा को युउसी जगह रात करीब एक बजे चलौंठी में छोड़ कर फरार हो गए । इस घटना के बाद हेटा ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं की। वह डर के मारे घर निकल गए। 25 जनवरी को शिमला आकर उन्होंने ढली थाना में लूटपाट की इस घटना को लेकर तीनों अज्ञात लुटेरों  के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल कर 5 दिन के बाद तीनों लुटेरों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हिरासत तीनों से पूछताछ जारी है। 

तीन आरोपियों से पूछताछ जारी: एसपी

पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी का कहना है कि इस मामले में आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं था, लूटपाट करने वाले अज्ञात थे। एसआई विरोचन नेगी, एचसी किशोर, कांस्टेबल सुनील और ताशी ने आरोपियों की धरपकड़ की। इसमें अकेले ताशी ने दो आरोपियों को धर दबोचा। मामला सुलझा लिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

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