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सूख रहा गन्ना, शक्कर मिल के बाहर रोज लग रही 400-500 ट्रैक्टरों की कतार

रायपुर. सूरजपुर के केरता इलाके का मां महामाया शक्कर कारखाना में आसपास के जिलों के किसान भी यहां रोजाना 400 से 500 ट्रैक्टर गन्ना बेचने पहुंच रहे हैं, लेकिन एक ही काउंटर होने के कारण कारखाना प्रबंधन रोज करीब 350 ट्रैक्टर ही खरीद पाता है। इस वजह से किसानों को दो से तीन दिन इंतजार करना पड़ रहा है। प्रति ट्रैक्टर करीब छह क्विंटल गन्ना रखे-रखे ही सूख जाता है। इसके कारण किसानों को करीब 1400 रुपए का नुकसान तो हो ही रहा है, खाना-खर्चा अलग।
 सूख रहा गन्ना, शक्कर मिल के बाहर रोज लग रही 400-500 ट्रैक्टरों की कतार

भास्कर टीम यहां पहुंची तो सैकड़ों ट्रैक्टर लाइन में लगे थे। सरनाडीह से आए लोकनाथ सिंह ने 23 मार्च को नंबर लगाया था। उन्हें उम्मीद थी कि 24 तारीख की रात या 25 की सुबह नंबर जरूर आ जाएगा। वहां मौजूद सैकड़ों गन्ना किसानों ने इसी तरह से अपना शेड्यूल बना रखा है। खाने-पीने का सामान और स्टोव-बर्तन लेकर पहुंचते हैं। देरी का एहसास कारखाना प्रबंधन को भी है। इसलिए प्रबंधन ने एक किसान घर बनाया है, जिसमें पीने का पानी और टीवी भी है। वहीं, दाल-भात केंद्र भी खोल दिया गया है।
 
विधानसभा में सरकार का एलान किसानों को दिया जाएगा बोनस
राज्य के गन्ना किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए सरकार 50 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस देगी। विधानसभा में सोमवार को सरकार ने इसकी घोषणा की। इससे लगभग एक लाख से अधिक गन्ना किसानों को लाभ होगा। फिलहाल किसानों को गन्ना के लिए प्रति क्विंटल 230 रु. मिलते हैं, अब क्विंटल 280 रुपए मिलेंगे। इस साल सरकार बोनस के रूप में लगभग 40 करोड़ रु. गन्ना किसानों को बांटेगी।
 
बताया जा रहा है कि कवर्धा जिले में 200 गुड़ फैक्ट्रियां हैं, ये किसानों को गन्ना के प्रति क्विंटल मूल्य से 30 रुपए अधिक देकर बड़ी मात्रा में गन्ना खरीद लेते थे, जिसकी वजह से कवर्धा के इलाके में स्थित भोरमदेव और पंडरिया शक्कर कारखाने के लिए गन्ने की कमी हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर सरकार ने गन्ना किसानों को 50 रुपए अधिक रेट देने का निर्णय लिया है, ताकि इस इलाके में फैक्ट्री के लिए पर्याप्त गन्ना उपलब्ध हो सके।
 
सबसे ज्यादा कवर्धा में उत्पादन
क्षेत्र गन्ना का रकबा उत्पादन
बालोद 1400 हेक्टेयर 50 हजार मी. टन
कवर्धा 24000 हेक्टेयर 14 लाख मी. टन
सूरजपुर 7500 हेक्टेयर 4.12 लाख मी. टन
कुल उत्पादन : 18 लाख 62 हजार मीट्रिक टन
शक्कर कारखानों की क्रशिंग क्षमता
भोरमदेव 5.25 लाख मीट्रिक टन
पंडरिया 3.75 लाख मीट्रिक टन
सूरजपुर3.75 लाख मीट्रिक टन
बालोद1.87 लाख मीट्रिक टन

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