सलमान नहीं लिख सकते ऑटोबायोग्राफी
आशा पारेख और हेलन की दोस्ती तो जग जाहिर रही है। यही वजह है कि जब लेखक खालिद मोहम्मद वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख की ऑटोबायोग्राफी लिखी तो उसकी लांचिंग के मुख्यअतिथि युवाओं के हीरो सलमान ख़ान थे। गौरतलब है कि सलमान ने इस किताब की भूमिका भी लिखी है अत: वो इससे कुछ ज्यादा ही अपना जुड़ाव बताते हैं। आशा पारेख और सलीम खान के परिवार की दोस्ती का ही नतीजा रहा है कि कार्यक्रम में सलमान भावुक हो गए।
उन्होंने भावनाएं व्यक्त करते हुए एक अलग ही अंदाज में कहा कि मैं आशा जी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इस काबिल समझा कि इस किताब से जोड़ा। मैं आशा आंटी को बहुत लंबे समय से जानता हूं। आशा आंटी, हेलन आंटी मेरी माँ, वहीदा आंटी और शम्मी आंटी समेत साधना आंटी, मेरे डैड, नंदा आंटी सब के सब एक दूसरे के गहरे दोस्त हैं और उनकी दोस्ती आज भी बरकरार है।
ये सभी अपने कैरियर के शुरुआती दिनों से ही दोस्त रहे हैं। यह बताते बताते भावनाओं में बहते सलमान ने वर्तमान को जोड़ा और कहा कि आज वो दोस्त और दोस्ती का जज्बा दिखाई नहीं देता। आज की इस नौजवान पीढ़ी में प्यार और अपनापन तो मानों कहीं खो ही गया है। यह अब देखने को नहीं मिलता। इसके साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि वो अपनी ऑटोबायोग्राफी कभी लिख भी नहीं पाएंगे, क्योंकि ऑटोबायोग्राफी लिखना बहुत हिम्मत का काम है।