जालंधर. यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए संदिग्ध आतंकियों में से एक जीशान खान है, जो ढाई से जालंधर में रह रहा था। उसकी उम्र महज 20 साल है। वह मदरसे का टॉपर और कढ़ाई के काम में मास्टर है। एटीएस ने इसे फेसबुक के मॉड्यूल के जरिए पकड़ा है। बता दें कि 5 राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर यह ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया, जिसमें ISIS के खुरासान मॉड्यूल से जुड़े 4 संदिग्ध आतंकियों को अरेस्ट किया गया। इन पर बड़े आतंकी हमले की साजिश का आरोप है। वहीं, 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है। तेज गर्मी में भी बिना पंखे के रहता था…
– पंजाब पुलिस के मुताबिक, जीशान यहां गुरु-संत नगर में स्थित फुटबाल चौक के एकएक बुटीक पर काम करता था।
– वह जिस कमरे में रहता था उसमें पंखा तक नहीं है। पड़ोसियों के मुताबिक, वह तेज गर्मी में भी ज्यादातर वक्त कमरे में ही रहता था।
– आरोपी का कहना है कि वह मदरसे का टॉपर है।
– वह जिस कमरे में रहता था उसमें पंखा तक नहीं है। पड़ोसियों के मुताबिक, वह तेज गर्मी में भी ज्यादातर वक्त कमरे में ही रहता था।
– आरोपी का कहना है कि वह मदरसे का टॉपर है।
– जीशान जिस बुटीक पर काम करता था, उसकी मालिकिन का पता नहीं चल सका है।
फेसबुक के मॉड्यूल से जोड़ता था UP के लोगों को
– एटीएस ने जीशान को फेसबुक के मॉड्यूल के जरिए पकड़ा है। पुलिस के मुताबिक, वह यूपी के लोगों को फेसबुक के जरिए मॉड्यूल से जोड़ता था।
– एटीएस ने जीशान को फेसबुक के मॉड्यूल के जरिए पकड़ा है। पुलिस के मुताबिक, वह यूपी के लोगों को फेसबुक के जरिए मॉड्यूल से जोड़ता था।
– जीशान को गाजीबाबा और मुजमिल नाम से भी जाना जाता है। माेहल्ले में उसने अपना नाम मुजमिल बता रखा था।
पड़ोसियों ने बताया- बहुत शराफत से रहता था
– पड़ोसियाें का कहना है कि जीशान यहां बहुत शराफत से रहता था। उन्हें कभी लगा ही नहीं कि वो देशद्रोही कामों में लगा है।
– लोगों ने बताया कि वह हमेशा अपने साथ मोबाइल रखता था, लेकिन कभी किसी ने उसे फेसबुक या सोशली मीडिया का इस्तेमाल करते नहीं देखा। पुलिस को उसके पास से तीन मोबाइल मिले हैं।
– पड़ोसियाें का कहना है कि जीशान यहां बहुत शराफत से रहता था। उन्हें कभी लगा ही नहीं कि वो देशद्रोही कामों में लगा है।
– लोगों ने बताया कि वह हमेशा अपने साथ मोबाइल रखता था, लेकिन कभी किसी ने उसे फेसबुक या सोशली मीडिया का इस्तेमाल करते नहीं देखा। पुलिस को उसके पास से तीन मोबाइल मिले हैं।
कई राज्यों में चलाया ऑपरेशन
– इंटेलिजेंस एजेंसियों से मिले इनपुट्स के बाद एटीएस ने पांच राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर यूपी के बिजनौर और मुजफ्फरनगर, महाराष्ट्र
के मुंबई, पंजाब के जालंधर और बिहार के नरकटियागंज में ऑपरेशन चलाया था।
इंटरनेट से कनेक्ट रहते थे संदिग्ध
– IG असीम अरुण ने कहा, “3 संदिग्ध आतंकियों के पास से ISIS से जुड़े अहम दस्तावेज मिले हैं। ये सभी एक-दूसरे के साथ इंटरनेट के
– IG असीम अरुण ने कहा, “3 संदिग्ध आतंकियों के पास से ISIS से जुड़े अहम दस्तावेज मिले हैं। ये सभी एक-दूसरे के साथ इंटरनेट के
जरिए संपर्क करते थे। इस पूरे ऑपरेशन में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसियों का अहम रोल रहा है। ATS ने लखनऊ में हुए एनकाउंटर के दौरान कुछ
अहम डॉक्युमेंट बरामद किए थे। इस ऑपरेशन में खुरासान मॉड्यूल का टेररिस्ट मारा गया था। इसके बाद पांचों राज्यों में जांच का दायरा फैल गया।”
UP पुलिस के एनकाउंटर में मारा गया था संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह
– 7 मार्च की सुबह एमपी के शाजापुर में भोपाल-पैसेंजर ट्रेन में IED ब्लास्ट हुआ था। इसमें 10 लोग जख्मी हुए थे। ब्लास्ट के बाद दोपहर
– 7 मार्च की सुबह एमपी के शाजापुर में भोपाल-पैसेंजर ट्रेन में IED ब्लास्ट हुआ था। इसमें 10 लोग जख्मी हुए थे। ब्लास्ट के बाद दोपहर
को एमपी पुलिस ने पिपरिया के एक टोल नाके से बस रोककर चार सस्पेक्ट पकड़े। इनकी गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस ने कानपुर से दो और इटावा से एक संदिग्ध को अरेस्ट किया था।
– इन संदिग्धों से मिली इन्फॉर्मेशन और इंटेलिजेंस इनपुट के बाद यूपी एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई की थी। यह एक घर में छुपा हुआ था। एटीएस ने पहले सैफुल्लाह को सरेंडर करने के लिए कहा था। बाद में 11 घंटे चले एनकाउंटर के बाद उसे मार गिराया गया। उसके पास से 8 रिवॉल्वर, 650 कारतूस, कई बम और रेलवे का मैप मिला था।