नए 500 और 2000 के नोट में अंतर नही कर पा रहें दृष्टिनए
मुंबई (एजेंसी)। नोटबंदी के बाद जारी किए गये नये 500और 2000के नोटों को पहचानने में दृष्टिवाधितों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हे इनका इस्तेमाल करने में समस्या हो रही है। क्योंकि छूकर उन्हें पहचान पाना मुश्किल हो रहा है। राष्ट्रीय दृष्टिबाधित संगठन के एक अधिकारी के मुताबिक पांच सौ रुपये और दो हजार रुपये के नए नोट पर अंकों का पर्याप्त उभार नहीं है जिससे दृष्टिबाधित लोग उनमें अंतर ाहीं कर पा रहे हैं। एनएबी के राष्ट्रीय सचिव जोकिम रापोसे ने कहा कि नवम्बर में 500 रुपये और एक हजार रुपये के नोट बंद करने का निर्णय करने के बाद मैंने केंद्र सरकार से संपर्क कर कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि नए नोट में अंकों का पर्याप्त उभार हो ताकि अंगुलियों से उन्हें महसूस किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया कि इस मांग को पूरा कर लिया जाएगा लेकिन अभी तक हमारी समस्या का समाधान करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। रापोसे ने कहा कि मुझे बाद में बताया गया कि नए नोट में आवश्यक बदलाव होंगे लेकिन अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। दृष्टिबाधितों के राज्य विकास और वित्त निगम के मुताबिक महाराष्ट्र में 5.74 लाख लोग दृष्टिबाधित हैं। सरकारी आंकड़े के मुताबिक देश में 80 लाख लोग हैं जो दृष्टिबाधित हैं। दुर्भाग्य से नए नोट प्रिंट करते समय उनके मुद्दों और समस्याओं को ध्यान में नहीं रखा गया है।
सुशील/ईएमएस 21अप्रैल 2017