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राहुल की 109 वर्षीय दादी ने ली आखरी सांस, सोनिया से भी पहले थीं विदेशी बहू
चंडीगढ़। नेहरू परिवार की पहली विदेशी बहू व राहुल गांधी की दादी शोभा नेहरू का हिमाचल सोलन जिला की पर्यटन नगरी कसौली स्थित बंगले में निधन हो गया। वे 109 वर्ष की थी। बुधवार को कसौली स्थित शमशाम घाट में ही उनका अंतिम संस्कार पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ किया जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ,उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई बड़ी हस्तियां अंतिम संस्कार के लिए कसौली आ सकते हैं। शोभा नेहरू का असली नाम था मगदोलना फ्रीडमैन…
शोभा नेहरू एक सप्ताह पहले ही आई थी कसौली…
-शोभा नेहरू को कसौली से बेहद लगाव था और वह कसौली में रहना पसंद करती थी।
-कसौली में वह जिस बंगले में रहती थी वह उनके स्वर्गीय पति पूर्व राजदूत व जम्मू-कश्मीर व गुजरात के पूर्व राज्यपाल ब्रज कुमार नेहरू ने 1987 में खरीदा था।
-शोभा नेहरू सर्दियां शुरू होते ही चंडीगढ़ अपने सबसे छोटे बेटे अनिल नेहरू या सबसे बड़े बेटे अशोक नेहरू के पास गुडग़ांव चली जाती थी।
-अप्रैल माह में वह वापिस कसौली लौट जाती थी।
-यहां उनकी देखभाल केयर टेकर करते थे।
मंगलवार सुबह ली अंतिम सांस…
-शोभा नेहरू के मझले बेटे आदित्य नेहरू, जो विदेश में रहते हैं आजकल भारत आए हैं।
-चंडीगढ़ से एक सप्ताह पहले ही वह अपनी मां को लेकर कसौली आए थे।
-शोभा नेहरू को पिछले करीब दो वर्षों से दिखना बंद हो गया था।
-मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे अपने बंगले में उन्होंने अंतिम सांस ली।
-उस समय उनके बेटे आदित्य नेहरू उनके साथ थे।
-सुबह ही स्थानीय लोगों को उनकी मौत की खबर मिली।
-आदित्य नेहरू ने बताया कि उनकी माता की इच्छानुसार बुधवार को कसौली में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
संत थी शोभा नेहरू: गुप्ता
-कसौली व्यापार मंडल के प्रधान, कसौली छावनी बोर्ड के पार्षद देवेंद्र गुप्ता ने उनके निधन पर शोक जताया।
-उन्होंने बताया कि शोभा नेहरू असाधारण महिला थी। वह संत थी।
-हमेशा लोगों को खासकर महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करती थी।
-चुनाव में हमेशा अपने मताधिकार का प्रयोग करती थी।
-कसौली के तहसीलदार केशव राम ने भी उनके निधन पर शोक जताया और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई।
राहुल गांधी भी दादी से मिलने आया करते थे कसौली…
-कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जब भी समय मिलता था वह अक्सर उनसे मिलने कसौली आया करते थे। वर्ष 2016 में मई माह में वह अपनी दादी से मिलने कसौली आए थे।
-एक सात रूकने के बाद अगले दिन कसौली से दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे।
सोनिया नहीं शोभा थी नेहरू परिवार की पहली विदेशी बहू…
-कम ही लोग जानते होंगे कि सोनिया गांधी नहीं बल्कि शोभा नेहरू नेहरू खानदान की पहली विदेशी बहू थी।
-शोभा का विवाह देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के चचरे भाई बृजलाल के बेटे ब्रज कुमार नेहरू के साथ हुआ था।
-शोभा नेहरू का विवाह से पहले नाम मगदोलना फ्रीडमैन था और उनका उपनाम फौरी भी था।
-वह यूरोप के यहूदी समुदाय (जैविश) मूल की थी।
-उनका जन्म 5 दिंसबर 1908 को बुडापेस्ट (हंगरी) में हुआ था।
-ब्रज कुमार नेहरू व मगदोलना इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में साथ पढ़ते थे।
-यहां दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और बाद में दोनों ने शादी कर ली।
-विवाह के बाद कश्मीरी पंडिताइन के तौर उनका नाम शोभा नेहरू हो गया।