हिन्दू धर्म में आम के पत्तो को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. किसी भी शुभ कार्य में घर के दरवाजो पर आम की पत्तियों का तोरण लगाने का नियम है. ना केवल घर के दरवाजे पर बल्कि पूजा के कलश में भी आम की पत्तियों को लगाया जाता है. किसी शादी विवाह में भी शादी के मंडप को आम के वृक्ष की पत्तियों से सजाया जाता है.
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आइये जानते है की आम की पत्तियों को इतना महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है.
हमारे हिन्दू धर्म में आम के पेड़ की लकड़िय़ों का उपयोग समिधा के रूप में पुराने समय से ही किया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि हवन में आम की लकड़ी, घी, हवन सामग्री आदि का प्रयोग करने से घर में पोजेटिव एनर्जी का विकास होता है. हवन में आम की पत्तियों का इस्तेमाल करने से आसपास की सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है. और हवन के धुएं से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.
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इसके अलावा घर के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियों का तोरण लटकाने से घर में प्रवेश करने वाला हर व्यक्ति अपने साथ सकारात्मक ऊर्जा लेकर घर में आता है. हमारे धर्मशास्त्रों में बताया गया है की अगर घर के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियों का तोरण लगा हो तो बाहर से आने वाली हवा जब भी इन पत्तियों का स्पर्श कर घर में प्रवेश करती है तो ऐसी वायु से घर में सुख व समृद्धि बढ़ती है, और ऐसे घर में कभी भी कलह नहीं होती है.