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झारखंड बीफ केस का हुआ खुलासा,15 किमी तक पीछा कर प्लानिंग से की गई थी हत्या

नई दिल्ली : भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे गए मीट व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की मौत के मामले में झारखंड पुलिस ने कुछ नई बातें सामने रखीं हैं| पुलिस ने बताया कि उन्होंने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो घटना वाले दिन अलीमुद्दीन की गाड़ी का पीछा कर मुख्य आरोपी को फोन पर सारी जानकारी दे रहा था| पुलिस का कहना है कि राज कुमार को हाल ही में गोरक्षा समिति का सदस्य बना है, उसने अंसारी का पीछा किया था। अंसारी जब जब रामगढ़ बाजार से 29 जून को अपने घर से निकला था तो राज कुमार ने 15 किलोमीटर तक उसका पीछा किया था। राज कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि लैब टेस्ट में सैंपल की जो रिपोर्ट आई है उसमें बीफ था। अंसारी की मारूति वैन में जो मांस पाया गया है, वह टेस्ट में बीफ निकला है। जिस ग्रुप ने अंसारी पर हमला बोला था उसने पहले भी अंसारी के खिलाफ बीफ ले जाने की शिकायत की थी।
इस मामले में अभी तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें भाजपा के जिला मीडिया इंचार्ज दीपक मिश्रा और मुख्य आरोपी छोटू वर्मा भी शामिल हैं, दोनों ही गोरक्षक समिति के सदस्य हैं। पुलिस के अनुसार कुमार चित्रपुर के रहने वाले हैं जोकि रामगढ़ में ही आता है। रामगढ़ के एसपी किशोर कौशल का कहना है कि मुख्य आरोपी ने ही राज कुमार को अंसारी का नंबर दिया था और उसने ही अंसारी की वैन का पीछा करने के लिए कहा था। कॉल रिकॉर्ड में भी यह बात सामने आई है कि मिश्रा और वर्मा दोनों ही संपर्क में थे। डीएसपी वीके चौधरी ने बताया कि कॉल रिकॉर्ड के अनुसार कुमार और वर्मा सुबह 7.39 बजे से ही आपस में संपर्क में थे, ये लोग दो घंटे तक अंसारी का पीछा करते रहे और अंसारी की लोकेशन के बारे में एक दूसरे को बता रहे थे, जिसके बाद यह लोग टांड बाजार में एक जगह पर इकट्ठा हुए, जहां इन लोगों ने अंसारी को सुबह 9.30 बजे रोका और उसे पीटना शुरू कर दिया।
सूत्रों का कहना है कि मिश्रा ने पूछताछ के दौरान बताया है कि उसने अंसारी को सिर्फ दो बार मारा था, जिसके बाद वहां इकट्ठा भीड़ ने उसे पीटना शुरू कर दिया। स्थानीय अधिकारी का कहना है कि इस ग्रुप के लोगों ने अंसारी को लाठी से मारा, इन लोगों ने पुलिस की लाठी से अंसारी को मारा जिसकी वजह से उसे गंभीर चोटें आई थी। आरोपी ने पहले भी अंसारी को गिरफ्तार कराने की कोशिश की थी, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके थे। ईद के कुछ दिन पहले भी मिश्रा और वर्मा ने इस मुद्दे को रामगढ़ पुलिस स्टेशन पर उठाया था ताकि इलाके में शांति बनी रहे। इन लोगों ने आरोप लगाया था कि यह लोग बीफ ले जाते हैं लेकिन पुलिस इन लोगों को रोकने में विफल रही है। इन लोगों को भरोसा था कि पुलिस इस मामले में कार्रवाई करेगी, इस घटना के कुछ दिन पहले जानवरों की तश्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

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