लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कबीना मंत्री मो0 आजम खां ने शनिवार को फिर विवादित बयान दे दिया। इस बार उन्होंने दो पदों पर बैठने के मामले में उच्च न्यायालय को चुनौती दी है। उर्दूू एकेडमी के सम्मान समारोह में शिरकत करने आजम ने कहा कि वह जब तक जिंदा हैं तब तक जौहर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बने रहेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मंच पर मौजूद रहे। आजम ने कहा कि जौहर विश्वविद्यालय के जर्रे-जर्रे में मेरा वजूद है। मैंने उसे बनवाया है। उन्होंने कहा कि वह इसे दुश्मनों के लिए नहीं छोड़ सकते। मैं हमेशा ही जौहर का ही रहूंगा। गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 25 सितंबर को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए आजम से लाभ के दो पदों पर बने रहने पर नोटिस जारी कर उनसे और राज्य सरकार से छह हफ्तों में जवाब मांगा है।अदालत ने राज्य सरकार से भी पूछा है कि आजम मंत्री होते हुए जौहर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कैसे हो सकते हैं ?यह याचिका लखनऊ के शिया धर्म गुरु इमाम राजा हुसैन और एस आमिर हैदर रिजवी ने आजम खां के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें मांग है कि आजम को कैबिनेट मंत्री के पद से तुरंत हटाया जाए। याचिका पर गुरूवार को न्यायमूर्ति देवी प्रसाद सिंह व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय की खंडपीठ ने सुनवाई की थी।याचिका में आजम को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने समेत उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए जाने की गुजारिश की गई है। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर इस याचिका विरोध किया गया था।