ये अच्छी खबर है कि इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी यानी IIT दिल्ली में इस बार लड़कियों की संख्या में इजाफा हुआ है. लेकिन इंस्टीट्यूट के पास लड़कियों के लिए कमरे नही हैं.स्पेस की कमी होने के कारण कई छात्राओं से कहा गया है कि वह एसोसिएट प्रोफेसर्स के लिए बनाई गई बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएं.
आईआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एचटी से कहा, ‘इस बार अंडरग्रेजुएट और मास्टर्स कोर्स के लिए 30 फीसदी अधिक लड़कियों ने दाखिला लिया है. पर हमारे पास इनके रहने के लिए व्यवस्था नही है. टेंपररी तौर पर हमने कहा है कि वे उन जगहों पर रहें जिन्हें एसोसिएट प्रोफेसर्स के रहने के लिए बनाया गया था.’
सूत्रों की मानें तो इस विषय को लेकर कुछ अभिभावकों ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से शिाकयत की है. इनका कहना है कि इनके बच्चे जमीन पर बिस्तर डालकर सोने को मजबूर हैं.
वहीं आईआईटी अधिकारयों ने कहा है कि उन्होंने सभी अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स को हॉस्टल रूम दे दिए हैं, केवल मास्टर करने आए स्टूडेंट्स के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है जो कुछ दिनों में ठीक कर ली जाएगी.