सरयू नदी कटान से बीड़ी बंधे को बढ़ा खतरा
बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी की कटान तेज हो जाने से नदी के तटवर्ती बीडी बन्धे की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। सरयू नदी खतरे के बिन्दु से 54 सेमी उपर बह रही है नदी का रूख तीन दिन घटाव का था लेकिन आज नदी का रूख बढ़व की ओर है। शारदा और बनबसा और सरयू बैराज से पानी छोडे जाने के कारण एलग्नि बृज से अयोध्या और बस्ती तक नदी का रूख बढ़व की ओर हो गया है। सरकारी सूत्रो ने आज बताया कि नदी का कटान बीडी बन्धे पर लगातार तेज हो गया है ठोकर नम्बर 10 छतिग्रस्त हो गया है 35 मीटर लम्बाई और 10 मीटर चौडाई मे नदी बन्धे को काट रही है। खलवा गांव के नागरिक गांव छोड़कर उंचे स्थानो पर चले गये है ऐहतमाली ग्राम मे कटान तेज हो गया है।
कल्याणपुर, पढ़व, भरथापुर, बाघानाल, सहजौरा, पाठक ग्राम के समीप नदी का कटान तेज हो गया है। पिपरपाती के पास भी नदी कटान कर रही है लोलपुर-विक्रमजोत बांध को नदी तेजी से काट रही है खेमराजपुर गांव की पुलिया और सड़क कट गया है। बलुआ, अकला, माझीलपुरवा,सूबेदारपुरवा गांव को खतरा पैदा हो गया है।बाढ़ पीड़त नागरिक बन्धो और उंचे स्थानो पर शरण लिए हुए है। उन्होंने बताया है कि प्रशासन द्वारा बाढ़ पीडित़ मे राहत सामाग्री बांटी जा रही है बाढ़ पीड़तो के सहायतार्थ 120 नाव लगाया गया है। बाढ़ खण्ड कार्य के अधिकारी कटान स्थलों पर निरन्तर नजर रखे हुए है। कटान रोकने का प्रयास निरन्तर चल रहा है।
दूसरी ओर नेपाल के पानी छोड़ने से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में राप्ती समेत सभी नदियों का उफान कम होने के बावजूद पिछले 10 दिनों से चल रही बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रही है। अधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि घोघी और बाण गंगा नदी का जल अस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है जबकि राप्ती समेत बूढ़ राप्ती कूड़ और जमुआर नाले के जल स्तर में कमी के बावजूद सभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सूत्रों ने बताया कि राप्ती नदी के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान महज 5 सेंटीमीटर की कमी आने से यह खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर ऊपर, बूढ़ राप्ती 1 मीटर 30 सेंटीमीटर ऊपर, कूड़ 1 मीटर 25 सेंटीमीटर ऊपर और जमुआर नाले के 1 मीटर 75 सेंटीमीटर ऊपर बहने से जिले की 5 तहसील के 850 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं जिसमें से 425 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिरे हैं।
सूत्रों ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान बाढ़ के पानी से डूबकर एक छात्र की मौत होने के बाद जिले में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है जबकि बाढ़ की स्थिति में सुधार ना होने से जिले के इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल कल तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 140 पुलिस चौकियां खोली गई हैं। सूत्रों ने बताया कि इन चौकियों पर चार सिपाही और वायरलेस सेट से लैस 1 दरोगा की तैनाती की गई है जिन्हें 4 – 4 बाढ़ प्रभावित गांव की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। सूत्रों ने बताया कि जिले के 300 किलोमीटर लंबे बांधों के बाढ़ के पानी से लबालब भरे होने से इनकी रखवाली के लिए दूसरे विभागों के 27 इंजीनियरों की तैनाती की गई है।