राष्ट्रीय

पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर आप विधायकों ने किया प्रदर्शन

पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में आज आप विधायकों ने शास्त्री भवन के बाहर प्रदर्शन किया। बता दे की आम आदमी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे। आप पार्टी ने केंद्र सरकार को एक ज्ञापन देने के लिए पहुंचे जहां आप पार्टी ने बीजेपी सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया और कहा कि एक ओर बीजेपी आम आदमी को राहत दिए जाने की बात कहती है और दूसरी ओर पेट्रोल की बढ़ती कीमतों में से लोगो परेशान है वही बीजेपी आज चुप बैठी है । वही आप पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री कहते हैं कि जो सक्षम हैं उनसे ज्यादा टैक्स लिया ही जाएगा। लेकिन लोगो कि जरूरत की चीजें और महंगी गई है ।
बता दे कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के काफी कम होने के बावजूद देश में 70 से 80 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल बिक रहा है। पेट्रोल की कीमत इस समय देश में अगस्त 2014 के बाद सर्वाधिक है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 65 प्रतिशत कम हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा इस पर लगाया गया अतिरिक्त टैक्स है। केंद्र सरकार ने तीन सालों में पेट्रोल पर उत्पाद कर 126 प्रतिशत बढ़ा दिया है। डीजल पर उत्पाद कर 374 प्रतिशत बढ़ गया है। मोदी सरकार और अरुण जेटली तर्क देते रहे हैं कि सरकार अतिरिक्त टैक्स से होने वाली आय को मूलभूत ढांचे के विकास पर खर्च करना चाहती है। लेकिन सरकार इसे लेकर आलोचनाओं से घिरी हुई है। पेट्रोल और डीजल को केंद्र सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे से बाहर रखा है। पेट्रोल और डीजल के जीएसटी के तहत न होने की वजह से उस पर उत्पाद शुल्क के अलावा राज्यों वार तरीके से बिक्री कर और वैट भी लगता है। इसीलिए अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल की दर भिन्न-भिन्न होती है।

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