गोपीचंद के साथ मिलकर फिर देश को जीत का सौगात दे सकती हैं सायना!
-सैयद मोहम्मद अब्बास
विश्व बैडमिंटन में भारतीय खिलाडिय़ों का जलवा एक बार फिर देखने को मिल रहा है। पीवी सिंधु लगातार देश का झंडा बुलंद कर रही हैं। हाल का प्रदर्शन इस बात का गवाह है कि सिधु विश्व बैडमिंटन में अब शिखर पर विराजमान हो गई हैं। हालांकि सायना अब भी लय पाने के लिए जूझ रही हैं। दूसरी ओर पुरुष खिलाडिय़ों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है। श्रीकांत अपनी पुरानी फॉर्म को पाने के लिए कोर्ट पर लगातार पसीना बहा रहे हैं जबकि सायना नेहवाल अपने खेल को पुरानी धार देने के लिए अपने पुराने कोच गोपीचंद के पास लौट आई हैं। शायद सायना को अब गोपी के सहारे अपनी डूबती हुई कशती को बचाने की उम्मीद जगी है। खैर भारतीय बैडमिंटन की चर्चा की जाये तो एक बार फिर पीवी सिंधु अपने करिशमायी खेल से दुनिया जीत रही है। विश्व बैडमिंटन की उपविजेता पीवी सिंधु ने कोरिया ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप में जापानी खिलाड़ी नोजोमी को पराजित कर खिताब पर कब्जा कर लिया। यह जीत इसलिए खास थी क्योंकि सिंधु ने नोजोमी से विश्व चैम्पियनशिप में मिली हार का बदला ले लिया था। हालांकि जापान ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप में पीवी सिंधु समेत कई भारतीय खिलाडिय़ों का प्रदर्शन बेहद खराब कहा जायेेगा। पीवी सिंधु का प्रदर्शन टूर्नामेंट दर टूर्नामेंट बेहद शानदार होता जा रहा है। उनके चमकदार प्रदर्शन की बदौलत उनकी रैंकिंग में भी अच्छा खासा सुधार देखने को मिला है। बीएफडब्ल्यू की ताजा रैंकिंग में पीवी सिंधु दूसरे पायदान पर काबिज हो गई है जबकि उनकी साथी खिलाड़ी सायना टॉप टेन से बाहर हो चुकी है। रैंकिंग में सायना अब 12वें स्थान जा गिरी है। सायना का गिरता खेल अब उनकी साख पर सवाल खड़ा कर रहा है। ऐसे में सायना ने एक बार फिर अपने पुराने कोच गोपीचंद के पास लौट आई है। करीब तीन साल फिर गोपीचंद से सायना कोचिंग लेंगी।
हैदराबाद की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल साल 2014 में एशियाई खेलों से पहले राष्ट्रीय कोच गोपीचंद से अलग होने का फैसला किया था। हालांकि उस दौरान उनके फैसले को लोगों कई बातें की गई थी। खबरों की मानें तो सायना इसी साल विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद विमल कुमार से ट्रेनिंग लेने का फैसला कर लिया था। विमल कुमार ने सायना को आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश की। सायना ने विमल कुमार के मार्गदर्शन में अपने खेल को चमकाने में जुट गई। सायना को इसके लिए बेंगलुरु में विमल कुमार से ट्रेनिंग लेनी पड़ी। माना जा रहा है कि अभी हाल में समाप्त हुई विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद सायना ने गोपी की शरण में वापस लौटने का फैसला कर लिया था। इसी दौरान उन्होंने अपने कोच विमल कुमार से बात भी की। इतना ही नहीं उन्होंने गोपी से भी सलाह ली। सायना ने जब गोपीचंद से इसके बारे में बात की तो गोपी भी दोबारा टे्रनिंग देने के लिए तैयार हो गये। सायना के करियर पर नजर डाली जाये तो इतना तो तय है कि सायना ने गोपीचंद की टे्रनिंग के दौरान कई सुनहरी कामयाबियां हासिल की। उनका खेल विश्व बैडमिंटन में एक अलग पहचान बना चुका था। इतना ही नहीं सायना के इसी खेल की बदौलत चीनी खिलाड़ी भी उनके आगे पस्त होते हुए दिखे। जानकारों की मानें तो सायना गोपीचंद से ट्रेनिंग लेने का फैसला किसी और वजह से भी किया है।
खबरों की मानें तो सायना गृहनगर हैदराबाद में टे्रनिंग करने का कारण यह भी है कि वह मुलयो हांडोयो के साथ ट्रेनिंग करना भी चाहती है। दरअसल मुलयो हांडोयो को भारतीय बैडमिंटन संघ ने एकल कोचिंग के लिए नियुक्त किया है। गौरतलब है कि मुलयो हांडोया ने तौफिक हिदायत जैसे बड़े खिलाड़ी को भी तैयार कर चुके हैं। उनके देखरेख में पीवी सिंधु और श्रीकांत जैसे खिलाड़ी विश्व बैडमिंटन में एक अलग छाप छोड़ रहे हैं। विमल कुमार ने सायना को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। सायना ने विमल कुमार से कोचिंग लेने के दौरान नम्बर वन का तमगा हासिल किया था। इसके आलावा सायना ने कुछ सुपर सीरीज के खिताब भी जीते थे। इतना ही नहीं उन्होंने विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में दो बार पदक भी जीते थे। बहुत कम लोग जानते है कि सायना नेहवाल साल 2011 में भास्कर बाबू से कोचिंग लेनी शुरू की थी लेकिन तीन महीने भीतर ही गोपीचंद अकादमी में वापस आ गई थी। ये गोपीचंद ही थे जिन्होंने ओलम्पिक में पदक जीतने के लिए सायना की खास मदद की। कुल मिलाकर सायना ने गोपीचंद के पास लौटने का फै सला सोचसमझ कर लिया है। अब यह देखना रोचक होगा कि सायना और सिंधु गोपीचंद की टे्रनिंग में किस तरह का प्रदर्शन करती है। हालांकि पीवीं सिंधु लगातार देश का मान बढ़ा रही है जबकि श्रीकांत जैसे खिलाड़ी भी अपनी हनक से भारत का नाम रौशन कर रहे हैं। ऐसे में जानकारों की मानें तो सायना दोबारा गोपीचंद के साथ मिलकर देश को एक बार फिर जीत की सौगात दे सकती है।