राहुल की ताजपोशी से कांग्रेस का भला होने वाला नहीं : विरेन्द्र सिंह
फरीदाबाद : कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता का परिणाम तो गत लोकसभा चुनावों में आ गया था जब कि चुनाव की बागडोर स्वयं राहुल गांधी के हाथों में थी बेशक कांग्रेस की कमान सोनिया गांधी के हाथों में है। यह बातें केंद्रीय इस्पात मंत्री वीरेंद्र सिह डीएवी शताब्दी कॉलेज में महर्षि दयानंद स्मारक व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में आए थे। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे बातचीत की। उन्होंने विभिन्न प्रदेशों की कांग्रेस कमेटियों द्वारा राहुल गांधी को प्रधान बनाने के लिए प्रस्ताव पारित करने के संबंध में यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पद बदलने से नेतृत्व क्षमता नहीं बदल जाती।
अब निकट भविष्य में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनकी ताजपोशी होने से भी कांग्रेस का कोई भला होने वाला नहीं है। कांग्रेस को कोई और चेहरा देखना चाहिए। नोटबंदी और जीएसटी के कारण व्यापारियों व उद्यमियों में निराशा और मंदी के वातावरण से आम जनता में भाजपा की छवि पर असर के सवाल पर उन्होंने कहा कि नोटबंदी से छिपा हुआ अनुमानित 15 लाख करोड़ रुपये का धन बाहर आया और बैंकों में जमा हो गया। इससे ब्याज दर कम हो गई है।
विश्व के बाजारों में ब्याज दर बेहद कम है, इसका मुकाबला करने के लिए ब्याज दर में कमी होना बेहद आवश्यक था। लोग कम ब्याज दर पर ऋण लेंगे, तो अपना काम शुरू कर सकेंगे। जीएसटी पर उन्होंने कहा कि इससे अब बहुत से व्यापारी कर के दायरे में आ गए हैं। पहली रिटर्न में 82 हजार करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा होने की उम्मीद की जा रही थी, पर यह 95 हजार करोड़ आया। देश.प्रदेश के खजाने में राजस्व बढ़ेगा, तो विकास कार्यों के लिए ज्यादा धन उपलब्ध होगा।