आदित्य व पवन इंसां पर पुलिस का शिकंजा तेज, कोर्ट ने किया वारंट जारी
चंडीगढ़ : 2 महीने की लंबी मशक्कत के बाद हरियाणा पुलिस की एस.आई.टी. पंचकूला हिंसा की साजिश के मुख्य आरोपियों डा. आदित्य इन्सां और पवन इन्सां तक नहीं पहुंच सकी है। कानूनी प्रक्रिया के तहत एस.आई.टी. के आग्रह पर बीते सप्ताह दोनों आरोपियों के खिलाफ सी.जे.एम. कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। एस.आई.टी. का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि इससे पहले एस.आई.टी. ने लुक आऊट नोटिस जारी कराया था लेकिन उसमें अभी तक कोई सफलता नहीं मिल सकी। डेरा प्रमुख की राजदार हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद एस.आई.टी. को आदित्य इन्सां के बारे में अहम सुराग मिलने की उम्मीदें थी जो अब तक सिरे नहीं चढ़ सकी। सूत्रों की मानें तो आदित्य और पवन की गिरफ्तारी को लेकर एस.आई.टी. की कई टीमें राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में छापामारी कर चुकी हैं, लेकिन ये दोनों आरोपी कहां छिपे हैं अब तक पुलिस को इसकी भनक नहीं लग पाई है।
डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता आदित्य और पवन को बीते 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा में साजिश का आरोपी बनाया गया था। इन दोनों पर डेरा प्रमुख के सी.बी.आई. कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के बाद हिंसा भड़काने का आरोप हैं। इनके साथ 2 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया था जो काफी पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं। डा. आदित्य को डेरा प्रमुख का काफी खास माना जाता है और डेरे की सभी गतिविधियों में आदित्य का अहम रोल रहता था। हरियाणा पुलिस की एस.आई.टी. को लंबे समय से इन दोनों आरोपियों की तलाश है, लेकिन पुलिस इन तक पहुंच नहीं सकी है। पिछले महीने पुलिस की ओर से इन दोनों आरोपियों के लुक आऊट नोटिस जारी कराए गए थे जिसमें आदित्य इंसा के विदेश भागने की चर्चाओं पर देश भर के एयरपोर्ट पर उनकी फोटो चस्पा की गई।
कड़ी मशक्कत के बाद पिछले महीने एस.आई.टी. को हनीप्रीत को गिरफ्तार करने में सफलता तो मिल गई थी, लेकिन हनीप्रीत से आदित्य और पवन के बारे में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका। सूत्रों की माने तो रिमांड के दौरान हनीप्रीत ने आदित्य और पवन के कई ठिकानों के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन उन ठिकानों से ये दोनों फरार हो चुके थे। इस बारे में एस.आई.टी. के ए.सी.पी. मुकेश मल्होत्रा का कहना है कि पंचकूला हिंसा की साजिश के आरोपियों डा. आदित्य इन्सां और पवन की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट जारी कराए गए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।