भविष्य में जलमग्न हो सकते हैं मुंबई व मंगलोर, नासा ने दी चेतावनी
नई दिल्ली (एजेंसी)। नासा के एक अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि आने वाले समय में मुंबई और मंगलोर शहर जलमग्न हो सकते हैं। दुनिया के तापमान में बढ़ोतरी की वजह से ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। जिसकी वजह से समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जो समुद्र के किनारे स्थित नगरों के लिए बड़ा खतरा है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ग्रैडिएंट फिंगरप्रिंट मैपिंग नाम का एक ऐसा टूल विकसित किया है जिसकी सहायता से यह पता लगाया जा सकता है कि अगर दुनिया का तापमान बढ़ने की वजह से ग्लेशियर पिघलते हैं तो सबसे पहले कौन-से शहर डूबेंगे। नासा का यह टूल धरती के घूमने की प्रक्रिया और ग्लेशियर के पिघलने की गति के आधार पर शहरों का चुनाव करता है। नासा के इस टूल के आकलन के अनुसार, दुनिया के तापमान में वृद्धि से भारत समेत दुनिया के अनेक शहरों के जलमग्न हो जाने का खतरा पैदा हो गया है। अध्ययन में सामने आया है कि मुंबई और कर्नाटक के मंगलोर सबसे ज्यादा खतरे वाले शहर हैं।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्लेशियर के पिघलने से समुद्र में पानी का स्तर बढ़ जाना स्वाभाविक है। बर्फ के पिघलने से किस समुद्र के तटीय शहरों में कौन सा शहर सबसे पहले प्रभावित होगा यह जानना एक बड़ा सवाल है। इसी सवाल का उत्तर जानने के लिए नासा के वैज्ञानिकों ने ग्रैडिएंट फिंगरप्रिंट मैपिंग नाम का एक टूल विकसित किया है, जो बताता है कि तापमान बढ़ने की वजह से किस तटीय शहर में सबसे पहले बाढ़ आएगी।