नेपाल ने मजबूत संबंधों पर जोर दिया
काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने बुधवार को कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के नए अध्यक्ष के रूप में नेपाल आपसी संपर्क, सुरक्षा और निर्धनता उन्मूलन पर ध्यान केंद्रित करेगा। दक्षेस के 18वें शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कोइराला ने कहा कि इस क्षेत्रीय संगठन को गरीबी की अमानवीय स्थिति से लोगों को उबारने और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, शिक्षा एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आपसी संपर्क के अभाव के कारण हम अपने लक्ष्यों से दूर हैं। सदस्य राष्ट्रों को व्यापार के उदारीकरण सहित सभी क्षेत्रों में आगे आकर साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। हमें सड़कें, बंदरगाह और जलमार्ग के निर्माण एवं वस्तुओं, पूंजी और लोगों की आवाजाही के लिए सुविधाएं मुहैया कराने की जरूरत है। तभी हम वास्तव में इस शिखर सम्मेलन के मुख्य उद्देश्य को हासिल कर सकेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, कोइराला ने क्षेत्र में युवाओं के सशक्तीकरण, उनके लिए अवसरों के सृजन और पलायन रोकने पर भी जोर दिया। कोइराला ने आतंकवाद को क्षेत्र का साझा शत्रु बताते हुए इसके खिलाफ मिलकर लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कानून व्यवस्था के क्षेत्र में गहरी साझेदारी के साथ संस्थागत व्यवस्थाओं को मजबूत करने और स्थानिक भ्रष्टाचार सहित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करने का आग्रह किया। कोइराला ने नेपाल में नए संविधान के गठन पर कहा कि लोकतंत्र और कानून का शासन, सुशासन एवं समग्रता से शांतिपूर्ण राष्ट्र की नींव तैयार होगी। दक्षेस के 18वें शिखर सम्मेलन का विषय ‘शांति एवं समृद्धि के लिए गहन एकीकरण’ है। एजेंसी