मुंबई: जहां बड़े से बड़े माउंटिनियर्स भी एवरेस्ट पर चढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाते वहीं मुंबई की एक दंपत्ति ने अपने बच्चों को जरा सी उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ा दिया. 9 साल की आयना और उसके 6 साल के छोटे भाई श्रीरंग ने एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंचकर रिकॉर्ड कायम कर दिया है. भाई बहिन की इस जोड़ी को 17,598 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने में 16 दिन लगे. वे प्रतिदिन 10 से 12 किलेमीटर की दूरी तय करते थे.
बच्चों के माता पिता विश्वनाथ और सुचित्रा भी शौकिया तौर पर ट्रेकिंग का शौक रखते हैं और चढ़ाई के दौरान वे भी बच्चों के साथ थे. विश्वनाथ और सुचित्रा ने मिलकर देश की कई पर्वत श्रेणियों पर चढ़ाई की है. अगस्त में दोनों ने अपने बच्चों के साथ मिलकर एवरेस्ट चढ़ने का फैसला किया. इतना ही नहीं उन्होंने बेस कैंप तक पहुंचने के लिए कठिन रास्ते का चुनाव किया.
विश्वनाथ ने कहा, ”इस उम्र में ज्यादातर बच्चे गैजेट्स और कई चीजों में उलझे रहते हैं. मै चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपनी ऊर्जा को अधिक वास्तविक दिशा में लगाएं. ” बच्चों की ट्रेनिंग को लेकर विश्वनाथ बताते हैं कि वे 3 महीने तक प्रत्येक सुबह 4 से 5 किलोमीटर कम से कम 5 किलो का बैग लेकर चलते थे. घर में भी वे लिफ्ट की बजाए सीढ़ियों का इस्तेमाल करते थे. इतना ही नहीं एवरेस्ट की जलवायु से परिचित होने के लिए दंपत्ति ने अपने बच्चों के साथ आधार शिविर तक जाने के लिए एक हफ्ते का प्रशिक्षण भी लिया. इसके बाद उन्होंने नेपाल के खुंबू क्षेत्र के फाकडिंग से 21 अन्य लोगों के साथ बेस कैंप की अपनी यात्रा शुरू की.
बोहेमियन एडवेंचर्स की संस्थापक और प्रशिक्षित माउंटेन गाइड अनुशा सुब्रमण्यम ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सुना कि इतनी छोटी उम्र में किसी और ने इतनी चढ़ाई की हो. उन्होंने कहा कि ये पहली मामला है जब इतनी छोटी उम्र के बच्चे एवरेस्ट के बेस कैंप कर पहुंचे. बता दें बेस कैंप से एवरेस्ट की चोटी तक की ऊंचाई लगभग 3468 मीटर रह जाती है.