श्रीनगर : डोकलाम विवाद में मुंह की खाने के बाद हताश चीन अब भारतीय सेना के खुफिया राज जानने के लिए स्मार्ट फोन और एंड्रॉयड एप्स का सहारा ले रहा है। चीन की इस साजिश का पता चलते ही रक्षा मंत्रालय ने सभी फील्ड कमांडरों, सैन्य अधिकारियों व जवानों को अपने-अपने फोन से लगभग 42 एप्स तुरंत हटाने का निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ भारतीय सेना के लिए ही खतरा हों। ये ऐप्स सामान्य लोगों की साइबर सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं। सूत्रों ने बताया सैन्य प्रशासन ने गत 24 नवंबर को ही इस संबंध में निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि कई एंड्रॉयड और आईओएस एप्स को या तो चीन के सॉफ्टवेयर इंजीनियरों ने तैयार किया है या फिर चीन से उनका कोई न कोई रिश्ता है। सभी एप्स या तो स्पाईवेयर हैं या फिर मलवेयर हैं।
इन एप्स के जरिए डाटा व अन्य जानकारियां चुराई जा रही हैं, जो सेना व देश की एकता व अखंडता के लिए घातक हो सकती हैं। सैन्य प्रशासन ने अपने निर्देश में ऐसे 42 एप्स की सूची का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी सैन्यकर्मी तुरंत इन्हें अपने फोन से डिलीट कर फोन को तुरंत फॉर्मेट करे। अगर कोई पहले इन एप्स का प्रयोग करता रहा है तो उसे भी अपना फोन फॉर्मेट करना होगा। ये ऐप्स हैं ब्यूटीप्लस, न्यूजडॉग, वाईवा वीडियो, पैरेलल स्पेस, एपीयूएस ब्राऊजर, प्रफेक्ट कार्प, वायरस क्लीनर-हाय सिक्योरिटी लैप, सीएम ब्राऊजर, डीयू रिकॉर्डर, वॉल्ट हाईड-एनक्यू मोबाईल सिक्योरिटी, यूकैम मेकअप, कैच क्लीनर डीयू एप्स स्टोर, डीयू बैटरी सेवर, डीयू क्लीनर, डीयू प्राईवेसी, डीयू ब्राऊजर, बेडू ट्रांसलेट, बेडू मैप, वंडर कैमरा, क्यूक्यू इंटरनेशनल, क्यूक्यू म्यूजिक, क्यूक्यू मेल, क्यूक्यू प्लेयर, क्यूक्यू न्यूजफीड, डब्लयूईसवाईएनसी, क्यूक्यू सिक्योरिटी सेंटर, सेल्फी सिटी, मेल मास्टर और उला लांचर।