UP निकाय चुनाव: 6 जिलों में हुआ उलटफेर, एक्सपर्ट्स ने बताए मायने
लखनऊ.यूपी के 16 नगर निगम, 198 नगरपालिका और 438 नगर पंचायतों के चुनाव के नतीजे शुक्रवार को आए। 16 नगर निगमों में से 14 पर बीजेपी जीती। 2 सीटों पर बीएसपी को जीत हासिल हुई। नगरपालिका और नगर पंचायतों में भी बीजेपी का दबदबा रहा। गोरखपुर में सीएम योगी के वॉर्ड में जहां बीजेपी हार गई, तो दूसरी तरफ शिवपाल यादव की विधानसभा में पड़ने वाली जसवंत नगर नगरपालिका के चेयरमैन का चुनाव सुनील जॉली ने जीता। बताया जा रहा है कि सुनील जॉली को शिवपाल यादव का सपोर्ट था।
#गोरखपुर
-सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर नगर निगम में वार्ड संख्या-68 (पुराना गोरखपुर) में वोटर है। इस वॉर्ड में निर्दलीय उम्मीदवार नादरा खातून ने बीजेपी की उम्मीदवार माया त्रिपाठी को 462 वोटों से हराया। निर्दलीय उम्मीदवार नादरा खातून ने 1783 वोट मिले जबकि बीजेपी प्रत्याशी माया त्रिपाठी को मात्र 1321 वोट मिले है।
– सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर में मेयर पद पर लगातार तीसरी बार हैट्रिक लगाते हुए बीजेपी ने जीत दर्ज की। भाजपा मेयर प्रत्याशी सीताराम जायसवाल 75823 वोटों के अंतर से सपा के राहुल गुप्ता को हराया है। वहीं, गोरखपुर नगर निगम के 70 वार्डों में से बीजेपी ने 27, सपा को 17, निर्दलीय को 18, बीएसपी को 5 और कांग्रेस को 3 सीट मिली है।
क्या है इसके मायने ?
– सीनियर जर्नलिस्ट रतन मणि लाल ने कहा, “बीजेपी ने पूरे प्रदेश में अपनी इमेज अच्छी करने की कोशिश की। मुझे नहीं पता कि उस वॉर्ड में कौन उम्मीदवार था। रिजल्ट को देखने के बाद ये कहा जा सकता है कि बीजेपी कैंडिडेट की इमेज अच्छी नहीं रही है।”
#मथुरा
– मथुरा नगर निगम में बीजेपी कैंडिडेट मुकेश आर्य बन्धु ने कांग्रेस के मोहन सिंह को 22195 वोटों से हराया। भाजपा के मुकेश आर्य बन्धु को 103021 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार मोहन सिंह 80896 वोट मिले। बसपा के गोवर्धन सिंह को 32641 वोट मिले। सपा से श्याम मुरारी चौहान को 11139 वोट मिले। आप के गणेश माहौर 5894 वोट मिले हैं। 70 वार्डों वाले मथुरा वृन्दावन नगर निगम में 40 वार्डों पर बीजेपी , कांग्रेस को 9, सपा को 2, बीएसपी को 3, लोकदल को 2 और निर्दलीय को 8 सीट पर जीत मिली है।
क्या है इसके मायने ?
– सीनियर जर्नलिस्ट रतन मणि लाल ने कहा, ” योगी सरकार का फोकस अयोध्या के बाद अगर किसी जगह पर है, तो वो है मथुरा। यहां के लोगों ने इस उम्मीद में वोट किया कि नगर निगम बनने के बाद योगी सरकार यहां बेहतर विकास करेगी।”
#वाराणसी
– वाराणसी नगर निगम में मेयर का चुनाव बीजेपी की मेयर उम्मीदवार मृदुला जायसवाल ने चुनाव जीता है। 90 सीट वाले वाराणसी नगर निगम में इस बार सिर्फ 89 सीटों पर वोटिंग हुई । वार्ड नंबर-28 चेतगंज से कांग्रेस से पार्षद उम्मीदवार की मौत की वजह से यहां से सीट खाली रही। 37 सीटों पर बीजेपी, 17 सीटों पर सपा, 22 सीटों पर कांग्रेस, 2 सीट बसपा, एक सीट आम आदमी पार्टी को मिली है।
क्या है इसके मायने ?
-वाराणसी की सीट सीएम योगी और नरेंद्र मोदी दोनों के लिए हमेशा से इमेज का रही है। लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में यहां के लोगों ने बीजेपी को खुलकर सपोर्ट किया है। विकास की उम्मीद देख रहे लोगों ने बीजेपी को सपोर्ट दिया।
#रायबरेली
– रायबरेली नगर पालिका से कांग्रेस पूर्णिमा श्रीवास्तव ने 4006 वोटों से जीत दर्ज की है। पूर्णिमा श्रीवास्तव को 22535 वोट मिले थे। जबकि समाजवादी पार्टी की नसरीन बानो को 18529 वोट मिले हैं। बीजेपी की सोनिया रस्तोगी को 14713 वोट मिले। एलजेपी की किन्नर पूनम को 7781 वोट मिले हैं।
34 वॉर्ड में से 31 पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की है। जबकि 2 सीट बीजेपी के पास है। एक आम आदमी पार्टी के पास है।
क्या है इसके मायने ?
– सीनियर जर्नलिस्ट अविनाश चंद्रा ने कहा, “इसे किसी हार-जीत से नहीं जोड़ा जा सकता है। ये चुनाव क्षेत्रीय आधार पर लड़ा जाता है। वार्ड का चुनाव लड़ने वाले लोग सीधे मतदाताओं से जुड़े रहते हैं। लिहाजा, वो पार्टी लाइन से उठकर वोट हासिल कर लेते हैं। इसको इसी नजरिए से देखा जाना चाहिए।”
#अमेठी
– अमेठी क्षेत्र में पड़ने वाली दो नगर पालिकाओं में जायस सीट बीजेपी के पास है, जबकि गौरीगंज नगरपालिका समाजवादी पार्टी के पास है। जायस नगरपालिका में बीजेपी के महेश सोनकर ने 3461 वोट मिली है। गौरीगंज नगर पालिका सीट को सपा की राजपति पासी ने 1404 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है।
क्या है मायने ?
-पॉलिटिकल एक्सपर्ट मोहम्मद आसिफ का कहना है,” ये स्थानीय मुद्दों का चुनाव होता है। यहां के परिणाम किसी राष्ट्रीय परिदृशय के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए।”
#जसवंत नगर
– शिवपाल यादव की विधानसभा सीट जसवंत नगर में निर्दलीय उम्मीदवार सुनील जॉली ने चुनाव जीत लिया है। सुनील को शिवपाल यादव ने सपोर्ट किया था। उन्हें 4367 वोट मिले थे, जबकि सपा के सत्यनारायण वाले 4244 वोट मिले थे। सुनील जॉली ने 123 वोटों से जीत दर्ज की है।
क्या है मायने?
– अविनाश चंद्रा ने बताया, “सुनील जॉली की इस जीत ने सपा आलाकमान को बता दिया है कि उनकी पकड़ जमीनी स्तर पर अब भी मजबूत है। अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंत नगर में अपने बूते उलट-फेर करने में सक्षम हैं।