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अब पीएम मोदी ऐसे रखेंगे अपने सांसदों पर नजर

नई दिल्ली। 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने जिन सैनिकों और सिपाहसलाहकारों के साथ चुनावी समर में उतरना है उन्हें चुनावी महायुद्ध के लिए तैयार करने का बीड़ा खुद मोदी ने उठा लिया है और इसके लिए एक अध्यापक की तरह वो बीजेपी के सभी सांसदो का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने में जुट गए हैं. डिजिटल इंडिया का नारा देने वाले नरेंद्र मोदी ने फोन के रास्ते अब सांसदो के काम काज पर नजर रखना शुरू कर दिया है. जी हां अब प्रधानमंत्री के नमो ऐप पर एक क्लिक कर के सांसद और मंत्री की शिकायतें, इलाके में उनका कामकाज और योजनाओं को लागू करने का पूरा कच्चा चिट्ठा मोदी देख सकेंगे.

अब पीएम मोदी ऐसे रखेंगे अपने सांसदों पर नजर

दरअसल बीजेपी संसदीय दल की बैठक में मोदी ने ये कहकर कई सांसदो की क्लास लगाई थी की उनके ऐप पर भी पार्टी के सांसद और मंत्री सक्रिय नहीं है तो फिर जनता के साथ क्या होंगे. मोदी की इस हिदायत के बाद बीजेपी के आईटी सेल को काम पर लगाया गया और नमो ऐप पर न्यू इंडिया कनेक्ट नाम से सांसदो का एक ग्रूप बनाया गया जो वाट्सएप की तरह काम करेगा. इस ग्रूप के ऐडमिन खुद प्रधानमंत्री मोदी हैं.

इस ग्रूप पर सांसद को अपने इलाके में रोजाना किए जा रहे काम का ब्योरा देना होगा और अगर काम की फाइल कहीं अटकी है तो इस शिकायत को भी वो सीधे ग्रूप के जरिए मोदी तक चुटकी में पहचा सकते हैं. यानी नौकरशाही में फंसकर जो काम कहीं अटका है उसे खुद पीएम के आदेश पर ओके किया जाएगा. 

अब तक 300 से ज्यादा बीजेपी सांसद इस ग्रूप से जुड़ चुके हैं और जिन्हें तकनीकी दिक्कत आ रही है उसे आईटी विशेषज्ञ दूर कर रहे हैं. जाहिर है जब मोदी का आदेश हो तो कोताही कौन बरतेगा. संसद में बीजेपी दफ्तर में पार्टी सांसदो में ऐप डाउनलोड करवाने की होड़ लगी है. दिलचस्प ये है की फिलहाल कुछ सांसद सुप्रभात से लेकर गुड नाइट नाइट संदेश भी पीएम को भेजने में लगे हैं. कुछ सांसद इस बात से खुश हैं की जिन कामों को पूरा करवाने के लिए उन्हें मंत्रालय और बाबुओं के चक्कर लगाने पढ़ रहे थे. इस नए ग्रूप पर पोस्ट करने के बाद वो काम मिनटों में हो गए.

2019 का चुनाव बीजेपी न्यू इंडिया के नारे पर लड़ने के संकेत दे चुकी है और उससे पहले उसे जनता का इस नारे को साकार होता भी दिखाना होगा जिस दिशा में सोशल मीडिया कारगर साबित होगा. सांसदो पर नजर रखने की मोदी की ये कोशिश ना सिर्फ उस दिशा में उठाया एक कदम है बल्कि ये संकेत सांसदो के लिए भी  है कि कौन चुनाव में मोदी की टीम का हिस्सा होगा और किसका टिकट कटेगा.

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