नई दिल्ली। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव मंगलवार को परिवार के सदस्यों के साथ गोदभराई की रस्म पूरी करने के लिए राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के घर जाएगें। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के पोते व सांसद तेज प्रताप सिंह का रिश्ता लालू यादव की बेटी राजलक्ष्मी से तय है। राजधानी के एक फार्महाउस पर होने वाले इस कार्यक्रम में परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और करीबी मित्र हिस्सा लेंगे। लालू यादव पिछले दिनों शगुन लेकर लखनऊ स्थित मुलायम सिंह के घर गए थे। यादव परिवार के एक करीबी मित्र ने बताया कि कार्यक्रम राजद नेता प्रेमचंद गुप्ता के छतरपुर स्थित फार्महाउस पर होगा। इसमें परिवार के सदस्यों के अलावा गिने-चुने मेहमान होंगे। सपा के एक नेता ने कहा कि कार्यक्रम को बेहद निजी बनाने के लिए किसी वीआईपी को आमंत्रित नहीं किया गया है। शादी के बाद होने वाले प्रीतिभोज में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। प्रीतिभोज सफई और दिल्ली में होने की संभावना है। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को जनता परिवार की सदस्य पार्टियों ने एकजुट होने की रुपरेखा तैयार करने की भी जिम्मेदारी सौंप रखी है। राजद इस परिवार का हिस्सा है।
पीएम के पद में रोड़े डालने वाले से हो रही रिश्तेदारी: मुलायम
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कभी प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचने में सबसे अधिक रोड़े अटकाने वाले बिहार के नेता लालू प्रयास यादव अब उनके रिश्तेदार बन रहे हैं। समय की बात है, राजनीति में लालू ने हमेशा ही विरोध किया और उनको देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचने में रोकने को जो बन सका किया। सोमवार को सैफई के ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने आए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि समय बदलता है। पहले जिस बिहार के नेता ने उनको प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचने से रोका था, उसी नेता का परिवार अब उनका खास रिश्तेदार बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी को पता ही होगा कि उनके नाती तेज प्रताप सिंह व लालू की बेटी राजलक्ष्मी की शादी तय हो गई है। इस रिश्ते पर मंगलवार को मुहर लग जाएगी। 16 को सगाई होगी और इसके बाद वे और लालू रिश्तेदार हो जाएंगे। यह कोई पहला मौका नहीं है कि जब सपा मुखिया ने लालू पर अपनी टीस निकाली हो। वे इसके पहले भी कई मर्तबा सार्वजनिक मंचों पर कह चुके हैं कि वे प्रधानमंत्री बनते बनते रह गए। कई नेताओं ने उनको पीएम बनाने पर अपनी मुहर लगा दी थी लेकिन उनकी ही जाति के होने के बाद भी बिहार के एक नेता ने उनको पीएम नहीं बनने दिया।