‘जब सइयां भए कोतवाल तो डर काहे का।’ इस कहावत से उलट उत्तराखंड में एक दारोगा ने साबित कर दिया कि ड्यूटी से बढ़कर कुछ नहीं होता। उत्तराखंड पुलिस के एक दारोगा ने हेल्मेट न पहनने पर अपने ही छोटे भाई का चालान काटकर एक मिसाल पेश की है। वह भी तब जबकि उनका छोटा भाई खुद उत्तराखंड पुलिस का कॉन्स्टेबल है। यह पूरा घटनाक्रम सोशल मीडिया की सुर्खियों में छाया है। सोशल मीडिया में मंजुल के इस काम की जमकर तारीफ हो रही है।
मृणाल कुछ कहते इससे पहले ही बड़े भाई मंजुल ने अपनी ड्यूटी और फर्ज निभाते हुए छोटे भाई के हाथ में बिना हेल्मेट पहने बाइक चलाने के अपराध में चालान का कागज थमा दिया। साथ ही उन्हें उत्तराखंड पुलिस का सिपाही होने के नाते अपने दायित्व के प्रति सजग रहने को कहकर कड़ी फटकार भी लगाई। मृणाल ने सौ रुपये चुकाकर बड़े भाई को दोबारा ऐसी गलती न करने का भरोसा दिलाया।