लखनऊ: यूपी पुलिस के लिए यह साल किसी भी लिहाज से अच्छा नहीं रहा। कहीं पर पुलिस की पिटाई हुई, तो कहीं उन्हें रसूख लोगों से धमकी मिलती रही। इस बात को डीजीपी मुख्यालय के कंट्रोल रिकॉर्ड ने पुख्ता कर दिया है। एडीजी ने हर जिलों से आने वाली सूचनाओं के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इसमें यूपी पुलिस के कार्यों का साल भर का ब्यौरा है। गौरतलब है कि इस बात को जिलों में तैनात महकमे के आला अफसर नहीं मानते हैं। उनके हिसाब से पुलिस की पिटाई वाली बातें गलत है। ऐसे में रिपोर्ट बनने के बाद अफसरों का झूठ पकड़ा गया है। अब उनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। बताते चलें कि कुछ दिन पहले बागपत जिले में उत्तराखंड पुलिस पेशी पर गई थी। यहां उनकी टीम पर कुछ अपराधियों ने हमला कर, शातिर दोस्त को छुड़ा लिया था। साथ ही उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से दो एके-47 और एक कार्बाइन भी छीन ली थी।