शादी कर लेने से दूर हो जाएगी ये दिक्क्त, शोध में हुआ बड़ा खुलासा
एक कहावत है कि शादी का लड्डू जो खाएं वो भी पछताएं और जो न खाएं वो भी पछताएं. हालांकि एक अध्ययन में जो बात सामने आई है उससे शादी करने के बाद किसी तरह का पछतावा नहीं होने के संकेत मिलते है .इस अध्ययन के अनुसार शादी करने से अवसाद कम हो सकता है. अध्ययन के मुताबिक जो लोग शादी करते हैं और जिनकी प्रतिवर्ष कुल घरेलू आय 60 हजार अमेरिकी डॉलर से कम है, उनमें अच्छा कमाने वाले अविवाहित लोगों की तुलना में अवसाद के लक्षण कम पाये गये है.
हालांकि, अमेरिका में जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, अधिक कमाई वाले जोड़ों के लिए, शादी से उसी तरह के मानसिक स्वास्थ्य लाभ नहीं दिखते है. जर्नल सोशल साइंस रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात कही गई है. शोधकर्ताओं ने एक राष्ट्रीय अध्ययन से आंकड़ों की जांच की जिसमें अमेरिका में 24 से 89 वर्ष की आयु में 3,617 वयस्कों के साक्षात्कार शामिल थे और ये कई सालों से विशिष्ट अंतराल पर लिये गये थे.
अवसाद खत्म करने वाली दवाएं बन सकती हैं जान की दुश्मन
अवसाद और चिंता से बचने के लिए ली गई दवा आपकी जिंदगी के लिए घातक है. शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी कि ये दवाएं मौत के खतरे को बढ़ा देती हैं. शोध के निष्कर्षो के मुताबिक, जो व्यक्ति इस प्रकार की दवाएं नहीं लेते हैं, उनकी तुलना में दवा का सेवन करने वालों में मौत की संभावना 33 प्रतिशत बढ़ सकती है. पत्रिका ‘साइकोथेरेपी एंड साइकोमैटिक्स’ में प्रकाशित शोध रिपोर्ट में बताया गया है कि दवा सेवन करने वालों में हृदय संबंधी रोगों, जैसे हृदयाघात और पक्षाघात जैसी जानलेवा बीमारी होने की संभावना 14 प्रतिशत बढ़ जाती है.
इस बारे में कनाडा के अंटोरियो में स्थित मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर पॉल एंड्रूज का कहना है, “हम इन निष्कर्षो से काफी चिंतित हैं. इसमें पता चला है कि ये दवाएं किस प्रकार से आपके शरीर पर बुरा प्रभाव डालती हैं.”