दिल्ली के फतेहपुरबेरी इलाके में बदमाशों ने एक डॉक्टर की कार को अपना निशाना बनाया और उस पर गोलियों की बौछार कर दी गई. कार पर 25 राउंड से ज्यादा फायरिंग की गई. कार की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमला कितना घातक था. हालांकि, डॉक्टर बाल-बाल बच गए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, गोलियों की बौछार का शिकार बनी कार फतेहपुर बेरी के रहने वाले डॉक्टर हंस नागर की है. डॉक्टर नागर बीती रात जब अपने फार्म हाउस के गेट पर पहुंचे तभी पास के जंगल से दो-तीन हमलावरों ने निकलकर उन पर फायरिंग शुरु कर दी. हमलावरों ने डॉक्टर पर 25 से भी ज्यादा गोलियां चलाई थी.
इसके जवाब में डॉक्टर ने भी अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से बदमाशों पर फायरिंग की, लेकिन तब तक उन्हें चार गोलियां लग चुकी थीं. वो बुरी तरह से घायल हो गए. डॉक्टर को इलाज के लिए गुड़गांव के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर पर हुई फायरिंग की वारदात की तफ्तीश पुलिस कर रही है.
पहली नजर में ये पूरा मामला प्रॉपर्टी विवाद का नजर आ रहा है. बताया जा रहा है डॉक्टर नागर का फार्म हाउस को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था. इस हमले के पीछे उनका हाथ होने का शक जताया जा रहा है. पुलिस ने मौका के वारदात से 22 खाली कारतूस बरामद किए हैं. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, एक रात दोनों भाइयों की पार्किंग को लेकर कहासुनी हो गई. फिर झगड़ा शुरू हो गया. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि जसपाल ने गुरमीत पर धारदार हथियार से कई वार कर दिए. इसके चलते गुरमीत घायल होकर जमीन पर गिर गया. गुरमीत के साथ उसका बेटा भी घायल हो गया. गुरमीत के पास दो पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड थे.
गार्ड ने जसपाल और उसको बचाने आई उसकी पत्नी स्वीटी पर गोलियां चला दी. इसकी वजह से दोनों की मौत हो गई. यही नहीं अपनी जान बचाने के लिए जसपाल काफी दूर तक भागा भी लेकिन वो बच न सका. जसपाल और गुरमीत के पिता हरनाम सिंह की मौत 6 साल पहले हुई थी. इसके बाद से ही दोनों भाइयों में प्रॉपटी को लेकर विवाद था.