क्या डॉ हंसराज हाथी को पहले ही हो गया था मौत का अंदेश, तभी तो शो के निर्माता से कही थी ये बात
मुंबई. ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के डॉ. हंसराज हाथी यानी कवि कुमार आजाद हमारे बीच नहीं रहे। 9 साल तक इस शो के जरिए लोगों को हंसाने वाले 46 साल के आजाद का निधन सोमवार को हार्टअटैक से हुआ। दो दिन पहले ही 7 जुलाई को उन्होंने आखिरी शॉट दिया था। शो के लिए मेकर्स वैष्णोदेवी की स्पेशल ट्रिप प्लान कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने कास्ट और क्रू मेंबर्स के साथ एक मीटिंग भी रखी थी। लेकिन आजाद ने अपने हैवी वेट (करीब 170 किलो) की वजह से इस ट्रिप पर जाने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने मेकर्स को कहा था कि वे वर्तमान सीक्वेंस के लिए उनके सभी शॉट जल्दी-जल्दी पूरी कर लें। सवाल है कि क्या आजाद को पहले से किसी अनहोनी की आशंका थी? आजाद ने कहा था- बोनस की जिंदगी जी रहा हूं…
सोनी टीवी के फेमस शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मशहूर कॉमेडियन डॉ हंसराज हाथी यानी कवी कुमार की असमय मौत से हर कोई दुखी है. तारक मेहता की पूरी टीम शौक में डूबी हुई है. इनकी उम्र मात्र 45 साल थी. कवी कुमार का सोमवार को अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. कल मंगलवार को मुंबई में मीरा रोड शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
कवि बीते काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे। कवि कुमार आजाद के निधन की खबर शो के निर्माता असित मोदी ने दी थी। उन्होंने बताया कि, ‘कवि काफी पॉजिटिव इंसान थे। कवी कुमार शो और इसके कलाकारों से बहुत लगाव रखते थे. वे अक्सर बीमार होने के बावजूद शूटींग के लिया आ जाया करते थे.
निर्मता ने बताया आज सुबह ही कवि का फोन मेरे पास आया था और उन्होंने कहा था कि आज उनकी तबीयत ठीक नहीं है, इस कारण वो आज शूटिंग पर नहीं आ पाएगें। और कुछ देर बाद ही हमें ये दुखद खबर मिली।’
असित मोदी ने बताया कि मौत से दो दिन पहले ही कवि शो मेकर्स से बोल रहे थे कि वो काम जल्दी निपटा लें। 7 जुलाई को कवि ने अपने सीक्वेंस का आखिरी शॉट दिया था। उन्होंने मेकर्स से कहा था कि वर्तमान सीक्वेंस के लिए उनके सभी शॉर्ट्स जल्दी-जल्दी पूरा कर लें। कवी कुमार की इन बातों से लगता है की उन्हें ऐसी ही किसी अन्होने का अंदेशा पहले ही हो गया था.
आजाद ने ‘मेला’ (2000) और ‘फंटूश'( 2003) जैसी फिल्मों में भी काम किया था।
मुंबई.कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डॉ. हंसराज हाथी का रोल कर रहे कवि कुमार आजाद का निधन हो गया है। आजाद के निधन की असली वजह तो अभी तक सामने नहीं आई है। लेकिन उनके एक पड़ोसी ने बताया कि सोमवार सुबह जब वे जागे नहीं तो उन्हें वॉकहार्थ हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रविवार रात शराब पीने के बाद सोए थे…
– आजाद की ड्रिंकिंग हैबिट से सभी वाकिफ थे। एक बार शो के प्रोड्यूसर असित मोदी ने उन्हें कम पीने के लिए कहा तो आजाद ने कहा था – “जो जिंदगी जी रहा हूं, वो एक बोनस जी रहा हूं।” तब उन्हें असीत ने सेट पर ड्रिंक न करने के लिए कहा था, इसलिए वे हमेशा गोरेगांव स्थित फिल्मसिटी (जहां ‘तारक मेहता…’ का सेट है) से बाहर जाकर ही ड्रिंक किया करते थे। इतना ही नहीं, एक महीने पहले उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, “किसी ने कहा है- कल हो न हो…मैं कहता हूं पल हो न हो, हर लम्हा जी लो।” यह उनका आखिरी ट्वीट बताया जा रहा है, जो मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
पेरेंट्स और बड़े भाई के साथ रह रहे थे आजाद
मीरा रोड पर आजाद बड़े भाई, उनकी पत्नी और पेरेंट्स के साथ रह रहे थे। जब उनकी मौत हुई, तब पेरेंट्स घर पर नहीं थे। वे किसी शादी में शरीक होने अपने नेटिव प्लेस गए थे।
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ छोटे पर्दे का पॉपुलर शो है. इसका एक एक किरदार अपने आप में खास है. टप्पू सेना, मास्टर भिड़े, बबीता जी, बाबू जी, सोढ़ी और सबके साथ एंटरटेनमेंट का तड़का लगाने वाली दया बेन. यह शो हर किसी का फेवरेट है.
कुछ दिनों पहले एक्टर के ट्विटर अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की गई थी. इस तस्वीर में एक्टर ने कहा था- “किसी ने कहा है कल हो न हो, मैं कहता हूं पल हो न हो. हर लम्हा जियो.”
एक्टर की मौत से टीवी इंडस्ट्री को बहुत बड़ा झटका लगा है. मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक एक्टर ने 2010 में अपना 80 किलो वजन सर्जरी से कम किया था . इस सर्जरी के बाद उन्हें रोजाना की जिंदगी में काफी आसानी हो गई थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “मुझे खुशी है कि लोगों ने मुझे मेरे किरदार के लिए पसंद किया.”ताने की जरूरत नहीं कि “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” की वजह से ही कवि कुमार आजाद की पहचान घर-घर में हुई.