20 साल बाद दूसरी बार विश्व चैंपियन बना फ्रांस, फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से रौंदा
फ्रांस ने रविवार को मॉस्को के लुजिन्हकी स्टेडियम पर फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया को 4-2 से रौंदते हुए फीफा विश्व कप 2018 का खिताब जीता। फ्रांस ने फुटबॉल इतिहास में दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीता। इससे पहले वह 1998 में चैंपियन बना था। तब ब्राजील को हराते हुए यूरोप की यह महाशक्ति (फ्रांस) फुटबॉल का सिरमौर बनी थी।
फ्रांस अब उन देशों के स्पेशल क्लब में शामिल हो गया है, जिसने एक से अधिक बार विश्व कप खिताब जीता। बता दें कि फ्रांस ऐसा छठा देश बन गया है, जो एक या अधिक बार विश्व चैंपियन बना हो। इससे पहले ब्राजील (5), जर्मनी (4), इटली (4), अर्जेंटीना (2) और उरुग्वे (2) यह कमाल कर चुके हैं।
मॉस्को के लुजिन्हकी स्टेडियम में खेले गए इस मैच का पहला गोल 18वें मिनट में फ्रांस के खाते में आया। यह एक आत्मघाती गोल था, जो क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिच के हेडर से आया। ठीक 10 मिनट बाद क्रोएशिया ने मैच में जोरदार वापसी की। क्रोएशिया के इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में जबरदस्त गोल दागा।
खेल में अभी 11 मिनट और बढ़े ही थे कि VAR के इस्तेमाल से फ्रांस को एक पेनल्टी मिल गई। इवान पेरिसिच के हैंडबॉल फाउल से मिले इस सुनहरे अवसर को भुनाते हुए एंटोनी ग्रीजमैन ने फ्रांस को 2-1 की बढ़त दिला दी। हाफ टाइम तक फ्रांस 2-1 के स्कोर के साथ क्रोएशिया से आगे था।
फिर 59वें मिनट में पॉल पोग्बा ने तो 65वें मिनट में युवा खिलाड़ी मबापे ने शानदार गोल दागकर फ्रांस को 4-1 की बड़ी बढ़त दिला दी। हालांकि इसके कुछ मिनट बाद ही फ्रांस के गोलकीपर लॉरिस की गलती के चलते क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिच ने एक आसान गोल दागकर स्कोर अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की कोशिश की। मगर इसके बाद पूरे मैच में क्रोएशिया कोई कमाल नहीं दिखा पाया और अपने पहले विश्व कप से चूक गया।
#WorldCupFinal finally the joy of holding the victory cup pic.twitter.com/ag4EfUoYIY
— R.R.Sivaraaam |ரா.சிவராம் (@RRsivaraam) July 15, 2018
फ्रांस फीफा विश्व कप 2018 का आधिकारिक रूप से विजेता बना। फ्रांस के कप्तान ह्यूगो लॉरिस ने फीफा अध्यक्ष से ट्रॉफी हासिल की। मास्को से लेकर पेरिस तक जश्न का माहौल।
गोल्डन ग्लव्स का अवॉर्ड बेल्जियम के थियाबाउट कोरटूइस को मिला
फीफा वर्ल्ड कप 2018 में गोल्डन बॉल विनर बने क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिक।
फीफा यंग प्लेयर ऑफ द वर्ल्ड कप का खिताब फ्रांस के कायलिन मबापे को मिला। टूर्नामेंट में चार गोल किए।
हैरी केन इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने गोल्डन बूट अवॉर्ड जीता। इससे पहले गैरी लिनेकर ने 1986 में यह खिताब जीता था। केन ने मौजूदा विश्व कप में कुल 6 गोल दागे।
फुल टाइम: फ्रांस 4-2 क्रोएशिया
फ्रांस को पहला गोल मारियो मैंडजुकिच के आत्मघाती गोल के कारण मिला।
एंटोनी ग्रीजमैन ने 38वें मिनट में दूसरा गोल दागा।
पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में तीसरा गोल किया।
कायलिन मबापे ने 65वें मिनट में चौथा गोल दागा।
क्रोएशिया की तरफ से इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में गोल किया।
मारियो मैंडजुकिच ने 69वें मिनट में दूसरा गोल दागा।
93 मिनट: फ्रांस एक बार फिर गोल करने का मौका चूका। पॉल पोग्बा के सामने सिर्फ दो डिफेंडर और एक गोलकीपर था, लेकिन वह आए लंबे पास पर अपना पैर टच भी नहीं कर पाए।
92 मिनट: फ्रांस ने गोल करने का दोबारा प्रयास किया। मबापे और पॉल पोग्बा गेंद के साथ आगे बढ़े। मगर गेंद पर नियंत्रण नहीं रख पाए और मौका चूक गए।
90+5: 5 मिनट का अतिरिक्त समय जोड़ा गया है। फ्रांस इतिहास रखने रचने की दहलीज पर।
87 मिनट: इवान राकिटिच ने बहुत दूर से गोल करने के लिए किक जमाई। थकान उनके शरीर पर असर दिखा रही है।
85 मिनट: क्रोएशिया के हमले बेहद तेज, लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली। फ्रांस की टीम बस मिनट गिन रही है।
80 मिनट: ओलिवर जिरू को फ्रांस ने बाहर बुला लिया है। क्रोएशिया के पास अब कोई चमत्कार करने के लिए सिर्फ 10 मिनट का समय बचा है।
76 मिनट: क्रोएशिया की जीत की उम्मीद बरकरार। इवान राकिटिच ने गोल करने का प्रयास किया। मगर सफल नहीं हुए। फ्रांस अब डिफेंसिव मोड पर।
71 मिनट: क्रोएशिया ने किया बदलाव। रेबिच की जगह आंद्रेस क्रैमरिच को मैदान में भेजा गया है।
69 मिनट: सुपर फाइनल! उमटीटी ने गोलकीपर लॉरिस के पास आसान पास दिया। मारियो मैंडजुकिच गोलकीपर की तरफ दौड़कर गए। लॉरिस क्रोएशिया के मैंडजुकिच को छका नहीं पाए और वह गोल करने में कामयाब हो गए।
65 मिनट: गोल!!! फ्रांस कर रहा गोलों की बरसात। लुकाज हेर्नांडेज ने मबापे को पास दिया, जिस पर युवा स्ट्राइकर ने शानदार गोल दागा। 60 वर्षों में पेले के बाद मबापे पहले युवा खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने विश्व कप फाइनल में गोल किया। मबापे ने 25 यार्ड की दूरी से शानदार गोल जमाया।
59 मिनट: गोल!!! पॉल पोग्बा ने फ्रांस को दिलाई बढ़त। एंटोनी ग्रीजमैन ने पॉल पोग्बा से हासिल की और क्रोएशियाई गोलपोस्ट की तरफ किक जमाई, यह ब्लॉक कर दिया गया। पोग्बा ने फिर सेंटर पोजीशन से किक जमाया, जो डिफेंडर से टकराया और गेंद वापस पोग्बा के पास गई। उन्होंने लगातार दूसरा किक जमाया और सुबासिच के बाएं ओर से गेंद जाली में भेद दी। फ्रांस की बढ़त अब 3-1 हो गई है।
55 मिनट: फ्रांस ने किया मैच में पहला बदलाव। पीला कार्ड हासिल करने वाले एन’गोलो कांटे की जगह स्टीवन एनजोंजी को मैदान में भेजा गया।
52 मिनट: फैंस के लिए पलक झपकाना हो रहा मुश्किल। बहुत ही तेजी से दोनों टीमें गोल करने का प्रयास कर रही हैं। फ्रांस के कायलिन मबापे को विडा ने रोकने का प्रयास किया और सुबासिच ने आगे आकर ब्लॉक किया।
50 मिनट: फ्रांस पर दबाव बढ़ा। राफेल वराने ने लंबा पास दिया, लॉरिस बॉक्स के बाहर आए और मारियो मैंडजुकिच का शॉट रोक दिया।
48 मिनट: दूसरे हाफ में फ्रांस ने अपने आक्रमण तेज किए। एंटोनी ग्रीजमैन ने नीचा शॉट खेला, जिसे ब्लॉक कर लिया गया। इसके बाद क्रोएशिया ने अटैक किया, जिसे लॉरिस ने डाइव लगाकर अच्छे से बचाव किया।
मजेदार फैक्ट: एंटोनी ग्रीजमैन फ्रांस के तीसरे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यूरो कप और विश्व कप के फाइनल में गोल किया है।
46 मिनट: दोनों टीमें बिना बदलाव के मैदान में उतरी हैं। क्रोएशिया फिलहाल एक गोल से पीछे। फ्रांस की 2-1 की बढ़त बरकरार।
मजेदार फैक्ट: 1974 में वेस्ट जर्मनी और नीदरलैंड्स के बीच पहले हाफ में तीन गोल होने के बाद यह पहला मौका है जब किसी विश्व कप फाइनल में तीन गोल लगे हो। तब पहले हाफ की समाप्ति पर जर्मनी ने नीदरलैंड्स पर 2-1 की बढ़त बना रखी थी।
हाफ टाइम : फ्रांस 2-1 क्रोएशिया
फ्रांस की ओर से एंटोनी ग्रीजमैन ने एक गोल किया जबकि मैंडजुकिच के आत्मघाती गोल की मदद से उसे बढ़त मिली।
क्रोएशिया की तरफ से इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में दागा गोल।
45+1 मिनट: एक मिनट का अतिरिक्त समय जोड़ा गया. क्या क्रोएशिया कोई कमाल कर पाएगा?
43 मिनट: क्रोएशिया ने हिम्मत नहीं हारी और वह लगातार गोल करने का प्रयास कर रहा है। पेरिसिच ने डेजन लोवरेन को अच्छा पास दिया। मगर लोवरेन का किक उमटीटी ने ब्लॉक कर दिया।
39 मिनट: गोल!!! एंटोनी ग्रीजमैन ने बड़े ही आसानी से गोल दागा और फ्रांस की बढ़त 2-1 की। वीएआर सिस्टम के मुताबिक क्या वाकई यह पेनल्टी थी? यह स्पष्ट नहीं हुआ है, इस पर विचार होना जरूरी है।
34 मिनट: VAR के इस्तेमाल से फ्रांस को मिली पेनल्टी। इवान पेरिसिच का हैंडबॉल हुआ। अर्जेंटीना के रेफरी पिटानी ने वीएआर की मदद से फ्रांस को पेनल्टी दी।
28 मिनट: गोल!!! इवान पेरिसिच ने दिलाई क्रोएशिया को बराबरी। फ्रांस फ्री किक को क्लियर करने में सफल नहीं हुआ और गेंद बॉक्स के बाहर पेरिसिच को मिली। उन्होंने पहले टच में कांटे को छकाया और फिर दूसरे किक पर गोल दाग दिया। फ्रांस के लॉरिस के पास गोल रोकने का कोई मौका नहीं। कांटे को फ्री किक के दौरान फाउल करने के लिए पीला कार्ड भी दिखाया गया।
मजेदार फैक्ट: मारियो मैंडजुकिच पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विश्व कप के फाइनल में आत्मघाती गोल किया हो।
24 मिनट: क्रोएशिया ने दो सेट पीस के साथ जवाबी हमला बोला। डोमगोज विडा ने पहले हेडर जमाया जबकि दूसरी बार फ्रेंच गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस ने गेंद पर पंच जमाकर गोल का मौका टाल दिया।
18 मिनट: गोल!!! क्रोएशिया के आत्मघाती गोल से फ्रांस को मिला फायदा। विश्व कप 2018 का पहला गोल। क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिच के हेडर से फ्रांस को मिली 1-0 की बढ़त।
14 मिनट: फ्रांस की रणनीति समझना मुश्किल। ग्रीजमैन जैसे दिग्गज खिलाड़ी क्रोएशिया के खेमे में नहीं जा पा रहे हैं।
10 मिनट: क्रोएशिया ने एक बार फिर गोल करने का मौका बनाया। राकिटिच ने मिडफील्ड से गेंद अच्छे से चिप करते हुए स्ट्राइकर पेरीसिच को पास दिया। मगर उमटीटी ने पेरीसिच को अच्छे से ब्लॉक किया। क्रोएशिया बढ़त लेते-लेते रह गया।
8 मिनट: क्रोएशिया को फ्रांस ने गोल करने से रोका। क्रोएशिया की टीम शुरुआत में फ्रांस पर पूरी तरह हावी रहने की कोशिश कर रही है। फ्रांस को कार्नर किक मिला, लेकिन फ्रांस के गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस ने अच्छा बचाव किया। स्ट्राइकर कायलिन मबापे को डिफेंस करते हुए देख अच्छा लगा।
4 मिनट: मैच की अच्छी शुरुआत। क्रोएशिया पर थकान नजर नहीं आ रही है जबकि उसने पिछले तीन मैच एक्स्ट्रा टाइम में जीते हैं। क्रोएशिया ने गोल करने का प्रयास भी किया, फ्रांस दबाव में।
2 मिनट: फ्रांस ने शुरुआती मिनटों में गेंद अपने पास रखी। क्रोएशिया ने कांटे को रोकने के लिए दूसरे मिनट में मैच का पहला फाउल किया।
क्रोएशिया की टीम लाल और सफेद रंग की चेकर्स जर्सी में हैं। फ्रांस की टीम नीली जर्सी में खेल रही है।
दोनों टीमों के नेशनल एंथम पूरे हो चुके हैं। और खेल शुरू हो चुका है।
मजेदार फैक्ट: फ्रांस और क्रोएशिया के बीच अब तक पांच मुकाबले हुए हैं, जिसमें ने फ्रांस (1998, 1999 और 2000) ने तीन मुकाबले जीते। दो मुकाबले (2004 और 2011) ड्रॉ हुए।
मजेदार फैक्ट: पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली सिर्फ दो ही टीम चैंपियन बनने में कामयाब हुई हैं। फ्रांस ने 1998 जबकि स्पेन ने 2010 में खिताब जीता था।
मजेदार फैक्ट: फ्रांस के एंटोनी ग्रीजमैन ने मेजर टूर्नामेंट्स (विश्व कप और यूरो) के 9 नॉकआउट मैचों में 11 गोल करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने इस दौरान गोल किए और सहायक भी बने। पिछले 50 वर्षों में ग्रीजमैन से ज्यादा शानदार काम किसी फ्रेंच खिलाड़ी ने नहीं किया है। जिनेदिन जिदाने (8) और माइकल प्लाटिनी (6) क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर है।
मजेदार फैक्ट: राफेल वराने सिर्फ पांचवें फ्रेंच खिलाड़ी हैं, जो एक ही साल में चैंपियंस लीग और विश्व कप का फाइनल खेल रहे हैं। इससे पहेल थिएरा हेनरी (2006), जिनेदिन जिदाने, डिडिएर डेसचैंप्स और क्रिस्चियन कारेमबियू (सभी 1998) में यह कारनामा कर चुके हैं।
मजेदार फैक्ट: फ्रांस की टीम कभी मुकाबला नहीं हारी अगर कांटे और पॉल पोग्बा शुरुआती एकादश का हिस्सा हो
मजेदार फैक्ट: फ्रांस के फुटबॉल इतिहास पर नजर डाले तो 6 मेजर टूर्नामेंट के फाइनल में से 4 में डिडिएर डेसचैंप्स ने हिस्सा लिया (वर्ल्ड कप 1998 और यूरो 2000 में बतौर खिलाड़ी व यूरो 2016 और विश्व कप 2018 में बतौर मैनेजर)। ऐतिहासिक।
दोनों टीम की शुरुआती लाइन अप
फ्रांस: ह्यूगो लॉरिस (कप्तान, गोलकीपर), बेंजामिन पवार्ड, राफेल वराने, सैमुअल उमटीटी, ल्यूकास हेर्नांडेज, पॉल पोग्बा, नगोले कांटे, कालियन म्बाप्पे, एंटोनी ग्रीजमैन, मटूडी, गिराड
क्रोएशिया: सुबासिच (गोलकीपर), सिमे वरसाल्को, देजान लोवरेन, विडा, इवान राकिटिच, इवान स्तिरनिच, मार्सेलो ब्रोजोविच, एंटे रेबिच, लुका मॉड्रिक (कप्तान), इवान पेरेसिच, मारियो मैंजुकिच
कड़ी सुरक्षा के बीच स्टेडियम पहुंची फीफा विश्व कप 2018 की ट्रॉफी