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उद्घाटन से एक दिन पहले ही तोड़े गए नई लग्जरी ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ के शीशे

प्रीमियम ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के उद्धाटन से पहले ही ट्रेन पर तोड़फोड़ की खबर सामने आई है। हालांकि किन लोगों द्वारा तोड़फोड़ की गई इस बात की अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है। 
उद्घाटन से एक दिन पहले ही तोड़े गए नई लग्जरी ट्रेन 'तेजस एक्सप्रेस' के शीशे
इस ट्रेन के सीटों की बुकिंग आज सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है। इसका उद्धाटन सोमवार को केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) से करेंगे। 

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सेंट्रल रेलवे ने शनिवार को प्रीमियम ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के लिए किराया जारी कर दिया। किराया चार्ट के मुताबिक यात्रियों को तेजस एक्सप्रेस के फर्स्ट एयरकंडीशन्ड कंपार्टमेंट और चेयर कार से करमाली गोवा तक के सफर के लिए सामान्य ट्रेनों से लगभग तीन गुना ज्यादा भुगतान करना होगा। वातानुकूलित डिब्बे और बेहतर यात्री सुविधाओं को ट्रेन के ज्यादा किराए का कारण बताया गया है। 

तेजस एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी डिब्बे में केटरिंग की सुविधा के साथ सफर करने की लागत 2,680 रुपए है जबकि एसी चेयर कार में प्रति व्यक्ति ये लागत 1,680 रुपए है। ये कीमत उसी रूट से जाने वाली जनशताब्दी ट्रेन से लगभग 3 गुना ज्यादा है।

डिब्बों की पसंद के मुताबिक कीमत 500 रुपये से 900 रुपये के बीच है। एसी डबल डेकर मडगांव-पनवेल ट्रेन में आठ घंटे की यात्रा की दर चेयर कार सीट पर 795 रुपये और थर्ड एसी के लिए 1880 रुपये है।

रेलवे ने बताया था विभिन्न जगहों पर केटरिंग की सुविधा के साथ तेजस एक्सप्रेस की दरें शताब्दी से लगभग 30 फीसदी अधिक हैं। तेजस से सफर करने पर यात्रियों को विभिन्न सुविधाएं जैसे सीट के पीछे एलईडी टीवी कॉफी वेंडिंग मशीन, सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस-आधारित सूचना डिस्प्ले मिलेंगी। 

ये हैं तेजस एक्सप्रेस की खासियतें

– मनोरंजन के लिए हर सीट पर एलसीडी लगी है, जिन्हें रैक के आगे और पीछे लगे पॉवर कोच में स्थापित 2 या 4 टीबी हार्डडिस्क वाले सर्वर से फिल्में, गाने और रेलवे से संबंधित जानकारी मिलेगी।  ट्रेन में चाय और कॉफी के लिए वेंडिंग मशीन भी लगाई गई है। इसके अलावा मैगजीन और न्यूजपेपर भी उपलब्ध रहेगा। तेजस डिब्बों में ब्रेल डिस्प्ले, डिजिटल बोर्ड और इलेक्ट्रॉनिक रिजर्वेशन चार्ट भी शामिल होंगे।

– मोबाइल चार्जिंग के लिए यूएसबी और दो सीटों के बाद लैपटॉप चार्ज करने के लिए इलेक्ट्रिक प्वाइंट दिए गए हैं। एलसीडी जीपीएस सिस्टम से कनेक्टेड होंगी। टच स्क्रीन वाली एलसीडी पर साइड में ट्रेन की गति, जगह और आने वाले स्टेशन के बारे में भी स्क्रालिंग होती रहेगी। आपराधिक गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से हर कोच में सीसीटीवी लगे हैं।

– मेट्रो की तरह आटोमैटिक हाइड्रोलिक डोर विद प्लग वाले दरवाजे लगाए गए हैं। इस ट्रेन में यात्रियों के लिए जो खाना पकाया जाएगा उसे खुद नामचीन शेफ पकाएंगे। इसके अलावा कोच में वाईफाई की सुविधा भी रहेगी। तेजस में राजधानी और शताब्दी ट्रेनों जैसी ही कैटरिंग सुविधा होगी। इन ट्रेनों में बायो वैक्यूम टॉयलेट होंगे, जिनसे बदबू से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा हैंड ड्रायर भी होगा।

– ट्रेन में लगी स्क्रीन पर एंटरटेनमेंट के साथ अनाउंसमेंट की सुविधा भी रहेगी। एक रैक में मौजूद आगे-पीछे वाले पॉवर कार में वाई-फाई कनेक्टिविटी के लिए सेटेलाइट डिश एंटीना स्थापित करने के लिए निर्धारित जगह छोड़ी गई है। तेजस के एक रैक में कुल 19 कोच होंगे। इनमें दो पावर कार, 15 चेयर कार, एक एग्जीक्यूटिव क्लास चेयर कार शामिल हैं। पहले भेजे जाने वाले रैक में कोच की संख्या 22 रखी गई है।

– कोच के अंदर धुएं की मात्रा के अनुसार सेंसर खुद-ब-खुद सायरन मोड में बजने लगेगा। इसका संदेश पॉवर कार में मौजूद गार्ड के पास पहुंच जाएगा और गार्ड तुरंत किसी को इसकी वजह तलाशने के लिए भेजेगा। फायर और स्मोक डिटेक्शन सिस्टम में धुएं की मात्रा के अनुरूप सायरन बजेगा। अगर धुआं ज्यादा और आग लगी होगी तो सायरन के साथ फ्लैश लाइट जगने लगेगी और ट्रेन खुद-ब-खुद वहीं रुक जाएगी।

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