43 हजार गांवों में नहीं है मोबाइल फोन की सुविधा
नई दिल्ली : यह हैरान करने वाली खबर है कि करीब 43 हजार गांवों में मोबाइल फोन की सर्विस ही नहीं है। यह जानकारी बुधवार को संसद में दी गई। बताया गया कि ओडिशा इस तरह के गांवों की सबसे बड़ी संख्या सबसे ज्यादा 9940 है। 27 जुलाई, 2018 (2018 सर्वेक्षण के आधार पर) पर मोबाइल सेवाओं के बिना बसे हुए गांवों की संख्या 43,088 थी। बताते चलें कि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में पांच लाख 97 हजार 618 गांव हैं। ओडिशा में बिना मोबाइल सेवाओं वाले गांवों की संख्या 9,940, महाराष्ट्र में 6,117 और मध्य प्रदेश में 5,558 थी।
दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने लोक सभा में दिए एक लिखित जवाब में कहा कि चंडीगढ़, दादर और नगर हवेली, दमन और दीव, दिल्ली, केरल और पुडुचेरी में ऐसा एक भी गांव नहीं था, जहां मोबाइल सेवाएं नहीं हो। सिन्हा ने बताया कि देश में वायरलेस प्रौद्योगिकियों के साथ 2जी, 3जी और 4जी तकनीक शामिल हैं। इसमें से देश की 97 फीसद आबादी को 2जी मोबाइल नेटवर्क कवर करता है। वहीं, 3जी और 4जी मोबाइल नेटवर्क में कम से कम 88 फीसद जनसंख्या को कवर करता है। भारत दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार, मार्च 2018 के अंत में ग्रामीण क्षेत्रों में 14.58 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे।