पटना : बिहार के कई जिलों में मंगलवार दोपहर 12.35 पर तेज झटका महसूस किया गया और इससे पहले कि लोग संभल पाते कि 1.09 बजे 6.2 तीव्रता के दूसरे झटके ने दहशत पैदा कर दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 48 घंटे का अलर्ट जारी करने के साथ आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाकर हालात का जायजा लिया। राज्य में अब तक 16 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पटना, सीवान, दरभंगा, गोपालगंज, कटिहार समस्तीपुर और पूर्वी चंपारण जिलों में पांच लोगों की मौत और 18 अन्य के घायल होने की सूचना है। पटना के दानापुर इलाके में भूकंप के कारण दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। पूर्वी चंपारण जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि भूकंप के कारण बंजरिया थाना अंतर्गत अजगरवा गांव निवासी नंदकिशोर सहनी की पत्नी अमरसिया देवी की मौत हो गयी और जिले में 11 लोग घायल हो गए। समस्तीपुर के वषमपुर गांव निवासी शशि प्रसाद सिंह के नाती ओम कुमार (8) की दीवार गिरने से मौत हो गई। दरभंगा के एक सरकारी स्कूल में भूकंप के बाद भगदड़ में 12 बच्चे घायल हुए हैं। पिछली बार आए भूकंप के दौरान राज्य में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
7 सर्कुलर रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास के सूत्रों के मुताबिक, तेज झटकों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आवास से बाहर निकलकर लॉन में आ गए। राजभवन सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी भी चैंबर से बाहर निकल आए। राजभवन में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में इकट्ठा लोग भी भाग खड़े हुए। पोलो रोड स्थित अपने घर पर प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पत्रकारों के साथ सुरक्षित स्थान की ओर भागे।