गर्भनिरोध के लिए महिलाएं क्यों कराती हैं नसबंदी, सच्चाई जानकर होश उड़ जायेंगे
![गर्भनिरोध के लिए महिलाएं क्यों कराती हैं नसबंदी, सच्चाई जानकर होश उड़ जायेंगे](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2018/09/103399597_141114032409_chhatteisgarh_sterilisation_624x351_reuters.jpg)
जानकारी के अभाव में महिलाओं को गर्भ निरोध के तमाम विकल्प नहीं मिल पाते हैं। मधु गोयल दिल्ली के पॉश इलाक़े ग्रेटर कैलाश स्थित फोर्टिस ला फेम अस्पताल में गाइनेकोलॉजिस्ट हैं। उनके पास रईस तबके की महिलाएं आती हैं। समाज के इस वर्ग की महिलाओं के बीच भी गर्भ निरोध के लिए नसबंदी ही ज्यादा लोकप्रिय है। हालांकि नसबंदी कराने वाली ज्यादातर ऐसी महिलाएं उम्रदराज होती हैं। युवा महिलाएं भी गर्भ निरोध के दूसरे विकल्पों को लेकर आशंकित होती हैं। इंटरनेट पर गर्भ निरोधक गोलियों के बारे में पढ़कर जानकारी लेने आई महिलाएं भी मधु गोयल को आशंकित दिखीं।
बहुत सी महिलाओं को ये गलतफहमी है कि गर्भ निरोधक गोलियां उन्हें स्थायी तौर पर बांझ बना सकती हैं। मधु गोयल कहती हैं कि अच्छी बात ये है कि महिलाएं अब खुद से जागरूक हो रही हैं। गर्भ निरोधक अपना रही हैं। भारत में तलाक के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसी वजह से भारत में कई महिलाएं नसबंदी को पलटना भी चाहती हैं, ताकि दूसरे पति के साथ नए सिरे से परिवार शुरू कर सकें। महिला और बाल कल्याण मंत्रालय ने 2016 में नेशनल पॉलिसी फॉर वुमेन को शुरू किया था।
इसमें गर्भ निरोध के लिए महिलाओं के बजाय अब पुरुषों पर ज्यादा जोर देने की बात कही गई है। हालांकि अभी इस नीति पर पूरी तरह से अमल नहीं शुरू हो सका है। जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता के साथ भारत में महिलाओं की नसबंदी लोकप्रिय है, उस सोच में बदलाव आने में काफी वक्त लगेगा।