‘भोले’ के भरोसे छोड़ दिए गए काशी में अब दिख रहा है विकास : मोदी
वाराणसी : वाराणसी दौरे के दूसरे दिन आज अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को रिटर्न गिफ्ट दिया। मोदी ने यहां 500 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीएम के साथ मौजूद रहे। इस मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने मुझे पीएम बनाया है लेकिन बतौर सांसद अपने काम की रिपोर्ट देना मेरा दायित्व है। आज जो मैंने बताया है कि वो मेरे काम की छोटी झलक है लेकिन आप मेरे मालिक और हाईकमान हैं इसलिए मैं पाई-पाई का हिसाब दूंगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अपने जीवन के एक और साल की शुरुआत में बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद के साथ कर रहा हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास सिर्फ अब वाराणसी में ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में भी हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लोग वाराणसी को उसकी पहचान के साथ आधुनिक विकास से जोड़ रहे हैं। पिछले चार साल में यहां पर काफी काम हुआ है, आज ये अंतर दिख रहा है। पहले काशी को भोले के भरोसे छोड़ दिया गया था लेकिन अब वाराणसी को विकास की नई दिशा दी जा रही है। प्रधानमंत्री बोले कि मैंने ठाना था कि काशी का चौतरफा विकास करना है। उन्होंने कहा कि आज काशी में लटके हुए तार नहीं दिखते हैं, हम वाराणसी को पूर्वी भारत को गेटवे के तौर विकसित किया जाता है। आज एलईडी बल्ब से काशी जगमगा रही है। मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमने काशी में रिंग रोड के काम को शुरू किया लेकिन पहले वाली सरकार ने इसे दबा कर रखा था। उन्हें चिंता थी कि अगर ये काम हुआ तो मोदी का जयकार होगा लेकिन योगी जी की सरकार बनते ही ये काम तेज हो गया है। उन्होंने कहा कि आज वाराणसी में सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है, जो शहर के अंदर और शहर के बाहर विकसित की जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हवाई जहाज से वाराणसी आने वाले लोगों में बढ़ोतरी हो रही है, चार साल पहले यहां पर 8 लाख लोग आते थे और लेकिन अब 21 लाख लोग हवाई जहाज से काशी में आते हैं। आज जब सोशल मीडिया पर लोग वाराणसी कैंट स्टेशन की तस्वीर पोस्ट करते हैं तो मुझे बड़ी खुशी होती है। काशी को इलाहाबाद और छपरा से जोडऩे वाले ट्रैक को डबल किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब गंगा में नाव के साथ-साथ क्रूज भी चलाया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि पयज़्टकों को काशी में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए पूरी कोशिश की जा रही है। सारनाथ में आज लाइट एंड साउंड का काम किया गया है। अब दूसरे देशों के नेताओं का स्वागत भी काशी में हुआ है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले साल की शुरुआत में दुनिया भर में बसे भारतीय का कुंभ काशी में लगेगा यानी पूरी दुनिया में बसे हिंदुस्तानी यहां आएंगे। बता दें कि अगले साल होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन वाराणसी में किया जाएगा। गंगा सफाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां गंगा की सफाई के लिए गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक काम चल रहा है, इसके लिए 21 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है। वाराणसी में भी गंगा सफाई से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को जितना अपनी पुरातन संस्कृति और सभ्यता पर गर्व है उतना ही भविष्य की तकनीक के प्रति हमारा आकर्षण है। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले चार साल में काशी के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई योजनाएं चल रही हैं. योगी ने कहा कि आज पीएम की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में बिना किसी भेदभाव के साथ विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) पर देश में अलग-अलग तरीके से बधाइयों के सिलसिले चले। इन सबके बीच उनके गृह राज्य गुजरात के सूरत में सबसे अनोखा केक देखने को मिला। पीएम के 68वें जन्मदिन पर यहां 680 फुट लंबा और 6800 किलो का केक काटकर अनोखा रेकॉर्ड बनाया गया। यह कार्यक्रम वेसू स्थित स्वर्ण भूमि पार्टी प्लॉट में आयोजित किया गया था। इस केक को बनाने में 1150 किलो मैदा और 1550 किलो चीनी का इस्तेमाल किया गया था। बावर्चियों ने इसमें 225 किलो प्रोटीन, 1150 किलो कोको पाउडर, 25 किलो कैरमल, 1675 किलो विप्ज क्राइम, 850 किलो चॉकलेट चिप्स, 350 किलो तेल और 125 किलो केक जेल का इस्तेमाल किया। केक को 16 डिग्री पर 10 घंटों के लिए 50 लोगों की टीम ने बनाया, जिसमें 20 शेफ थे।