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पृथ्वी शॉ ने कुछ ही घंटे में तोड़े ढेरों रिकॉर्ड्स, दुनिया में बजाया अपना ढंका

रणजी ट्रॉफी और दिलीप ट्रॉफी में शतक जड़ कर आगाज करने और अपनी कप्तानी में इसी साल भारत को अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप खिताब जिताने वाले पृथ्वी शॉ ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू मैच में शतक जड़कर पूरे क्रिकेट जगत में धमाल मचा दिया।

पृथ्वी शॉपृथ्वी शॉ ने कुछ ही घंटे में तोड़े ढेरों रिकॉर्ड्स, दुनिया में बजाया अपना ढंका राजकोट में खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले में वंडर ब्वॉय पृथ्वी शॉ ने अपने इंटरनेशनल करियर का शानदार आगाज किया। उन्होंने डेब्यू मैच में शतक जड़कर टीम इंडिया के पूर्व महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

बता दें कि पृथ्वी शॉ ने 154 गेंदों में 19 चौकों की मदद से 134 रन की धामकेदार खेली। मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। ओपनर शॉ ने पुजारा के साथ मिलकर उन्होंने 206 रन की साझेदारी की। उन्हें 51वें ओवर की दूसरी गेंद पर बिशो ने खुद की गंद पर कैच लपककर पवेलियन का रास्ता दिखाया।

दरअसल, पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू करने वाले सचिन ने अपने पहले मैच में 15 रन ही बना पाए थे। मगर 21वीं शताब्दी में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने शतक जड़ते हुए बड़ा कारनामा किया।

पृथ्वी शॉ डेब्यू टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। पहला नंबर शिखर धवन का है जिन्होंने 85 गेंदों में डेब्यू शतक ठोका था। वहीं वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने डेब्यू टेस्ट में 93 गेंदों में सेंचुरी पूरी की थी। शॉ ने अपना शतक 99 गेंदों पर ठोका।पृथ्वी शॉ (18 साल 329 दिन) भारत के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट में शतक ठोका है। पृथ्वी शॉ से पहले ‘क्रिकेट के भगवान’ कहलाए जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 17 साल 112 दिन में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में शतक जड़ा था।

शॉ ने अपना शतक 99 गेंदों पर ठोका। इसके साथ ही वे डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए।पृथ्वी पहली बार 14 साल की उम्र में साल 2013 में सुर्खियों में आए। उस समय उन्होंने रिजवी स्कूल की तरफ से खेलते हुए अंडर-16 स्कूल टूर्नामेंट में 300 गेंदों में 546 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड कायम किया। शॉ ने पिछले साल रणजी और दलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में शतक जड़कर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी की।

पृथ्वी शॉ ने पिछले साल दलीप ट्रॉफी में शतक जड़कर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया और सबसे कम उम्र में वह शतक जमाने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने 17 साल की उम्र में इंडिया रेड की तरफ से खेलते हुए इंडिया ब्लू के खिलाफ शतक जड़ा था। पहले 9 प्रथम श्रेणी मैच में 5 शतक लगाने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज है।

साल 2012 में पृथ्वी को चीडले हलमे स्कूल, मैनचेस्टर की तरफ से खेलने के लिए इंग्लैंड बुलाया गया था। उन्होंने डेब्यू मैच में ही शतक जड़ते हुए उस दौरे पर 1446 रन बनाए थे। इसके अगले साल 2014 में उन्हें जूलियन वुड क्रिकेट एकेडमी, इंग्लैंड की तरफ से ट्रेंनिंग के लिए ऑफर किया गया। वे यॉर्कशायर ईसीबी काउंटी प्रीमियर लीग में क्लेथोरप्स के लिए खेल चुके हैं।

पृथ्वी की कप्तानी में भारत ने साल 2018 में अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता। पृथ्वी ने कप्तान के तौर पर अहम भूमिका निभाई। इसे अलावा आईपीएल 2018 में पृथ्वी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.2 करोड़ में खरीदा था। दिल्ली ने उन्हें उनके बेस प्राइस (20 लाख) से 6 गुना ज्यादा रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया था।
बचपन उनका काफी संघर्ष में बीता है। वह प्रैक्टिस करने के लिए रोजाना 2 घंटे का सफर तय करके मुंबई में विरार से चर्चगेट तक जाते थे। क्रिकेट अभ्यास छोड़ना उनके लिए किसी पाप से कम नहीं था।

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