नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान कोमेन के पश्चिम बंगाल पहुंचने से देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। बंगाल का सीमावर्ती राज्य होने की वजह से झारखंड पर सबसे अधिक इसका प्रभाव पड़ा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में भी शनिवार को झमाझम बारिश होने के आसार हैं। गुजरात, राजस्थान और पूर्वोत्तर के कई क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान कोमेन का झारखंड पर भी असर पड़ा है। शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ पूरे राज्य में बारिश हुई। पश्चिम बंगाल का सीमावर्ती इलाका होने के कारण संताल परगना में 150 मिलीमीटर बारिश हुई। दुमका में बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में महेशपुर में सबसे अधिक वर्षा 170 मिमी रिकाॠर्ड की गई। इसके बाद दुमका में 150 मिमी और सारठ में 90 मिमी बारिश हुई।
बारिश के कारण गुजरात के बनासकांठा, पाटन, महेसाणा के अलावा अहमदाबाद और कच्छ तथा मोरबी में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। इन इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य के दौरान अब तक पानी में फंसे साढ़े नौ हजार से अधिक लोगों को बचाया गया है। बाढ़ से मची तबाही का जायजा लेने के लिए गृह राज्यमंत्री हरिभाई परथीभाई चौधरी शनिवार को राज्य के दो दिन के दौरे पर जा रहे हैं। राज्य के उत्तरी हिस्से और कच्छ में इस सप्ताह के शुरू में हुई भारी बारिश से मरने वालों की संख्या 40 तक पहुंच गई है। सर्वाधिक प्रभावित बनासकांठा जिले में मरने वालों की संख्या 14 है। राज्य सरकार के मुताबिक कुल मिलाकर पिछले चार दिनों में 9,583 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बनासकांठा और पाटन जाने वाली अहमदाबाद मंडल की 26 रेलगाड़ियों को शुक्रवार को भी रद्द रखा गया जबकि शनिवार को भी ऐसी 18 ट्रेने नहीं चलेंगी। कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।