गुर्दे की मरीज के बजाय बुखार के मरीज को चढ़ा दिया खून
हरदा (मप्र)। गुर्दे की मरीज और बुखार सिरदर्द की मरीज दोनों का नाम एक ही होने से ऐसा घालमेल हुआ कि जो खून गुर्दे की मरीज को चढ़ाना था, जिला अस्पताल में उसे बुखार की मरीज को चढा दिया गया। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी :सीएमएचओ: आर सी उदैनिया ने इस प्रकरण पर संवाददाताओं से कहा, मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो भी डॉक्टर अथवा नर्स दोषी पाए जाएंगे, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जिले के ग्राम रन्हाई कलां निवासी सुरेशचंद्र की पत्नी सरोज :65: गुर्दे के रोग से ग्रस्त हैं और उन्हें बी पॉजीटिव समूह का खून चढ़ाने की भोपाल के चिकित्सकों ने सलाह दी थी। उनके परिजन कल दोपहर सरोज को लेकर यहां जिला अस्पताल पहुंचे और उसे इलाज के लिए भर्ती कराया। ब्लड बैंक से संपर्क करने पर वहां से खून देने के लिए रक्तदाता लाने की बात कही गई। सरोज के दामाद अजय गोरखे ने बताया कि वह एक परिचित को लेकर आए जिसने मरीज के लिए रक्तदान किया। इसके बाद ब्लड बैंक ने सरोज के लिए बी पॉजीटिव रक्त प्रदान किया। उसे डयूटी डॉक्टर एवं नर्स ने अस्पताल में सिरदर्द व बुखार के इलाज के लिए भर्ती मरीज सरोज :35: को चढ़ा दिया। गोरखे ने बताया कि दस मिनट बाद ही बुखार एवं सिरदर्द पीडित उनकी मरीज सरोज को उल्टी और घबराहट होने लगी। उसकी तबियत बिगड़ने पर डयूटी डॉक्टर और नर्स को बुलाया गया। उन्होंने खून की बोतल उतारी। महिला के पति संजय ने कहा, मेरी पत्नी को खून की कमी नहीं थी, डॉक्टर ने खून जांच कराने को कहा था, लेकिन नर्स ने नाम की कथित गफलत में गलत मरीज को खून चढा दिया। अस्पताल की लापरवाही से आज मेरी पत्नी सरोज की जान भी जा सकती थी।