भारतीय नौसेना अपनी ताकत लगातार बढ़ाती जा रही है। इसी कड़ी में बुधवार को एक रेस्क्यू पनडुब्बी को नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया। इस डीप सबमर्जेन्स रेस्क्यू व्हीकल (डीएसआरवी) पनडुब्बी को 2,000 करोड़ में ब्रिटेन से खरीदा गया है।
इस पनडुब्बी की खासियत ये है कि जरूरत पड़ने पर इसे एयरलिफ्ट भी किया जा सकता है। दरअसल, यह एक रेस्क्यू सबमरीन है, जो समुद्र में 12 से 18 घंटे तक पानी में रहकर 15 लोगों को बचाने में सक्षम है। इस सबमरीन के नौसेना बेड़े में शामिल हो जाने से देश के समुद्री तट वाले 6 राज्यों को लाभ मिलेगा।
ट्रायल के दौरान इस सबमरीन ने 650 मीटर की गहराई तक गोता लगाया था। बताया जा रहा है कि इस पनडुब्बी को नौसेना बेड़े में शामिल करने से पहले 60 दिन तक इसका परीक्षण किया गया। मानसून के खराब मौसम में भी इसकी क्षमता की जांच की गई, तब जाकर इसे सेना में शामिल किया गया।
फिलहाल इस पनडुब्बी को पश्चिम रेस्क्यू यूनिट में कैप्टन अरुण जॉर्ज की अगुआई में तैनात किया गया है, जो शिपिंग कार्पोरेशन के साबरमती जहाज पर है। बता दें कि भारत के पास इस वक्त सिंधु घोष वर्ग की 9, शिशुमार वर्ग की 4 पनडुब्बियों के अलावा कलवरी क्लास और परमाणु संचालित पनडुब्बियां भी हैं।
हालांकि फिलहाल एक ही रेस्क्यू सबमरीन को नौसेना में शामिल किया गया है। दूसरी पनडुब्बी जनवरी के अंत तक भारत को मिलेगी, जिसका समुद्री ट्रायल विशाखापट्टनम के नेवल डाकयार्ड में किया जाएगा।