अभी-अभी: अगस्ता डील में एक और खुलासा, डिफेन्स मिनिस्ट्री ने भारत के साथ डील पर लगाया था बैन
वीवीआईआई हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। डिफेन्स मिनिस्ट्री ने इस डील को लेकर भारत के साथ व्यापार पर नवंबर में बैन लगा दिया था। इस खुलासे के बाद अब सियासी हलचल और भी तेज हो सकती है।
जाहिर है बिचौलिए क्रिश्चन माइकल ने मिसेज गांधी का नाम लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा किया था। वहीं बाद में बिचौलिए ने कहा कि, इस डील में गांधी परिवार का नाम लेने से पहले उसने वकील से पूछा था।
डिफेन्स मिनिस्टरी ने हेलीकॉप्टर सौदे पर लगाया था बैन
अगस्ता वेस्टलैंड मामले में इटली की अदलात के खुलासे के बाद से देश में हलचल बच गई है। इस मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर नजर आ रही है। तो वहीं अब एक और बड़ा खुलासा हो गया है। बताया जा रहा है कि, डिफेन्स मिनिस्टरी ने नवंबर में कंपनी को भारत के साथ डील करने पर प्रतिबंध की सीमा बढ़ा दी थी। वहीं अब इस खुलासे के बाद जाहिर है सियासी हलचल और अधिक होने वाली है।
योगी ने कहा-कांग्रेस ने हर जगह किये घोटाले
इटली की अदलात ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील में बड़ा खुलासा किया जिसके बाद से हंगामा जारी है। कोर्ट ने माना है कि इस डील में करप्शन हुआ और रिश्वत दी गई। इसमें इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी त्यागी भी शामिल थे। मामले को लेकर हर कोई प्रतिक्रया दे रहा है और अब इस मामले पर सीएम योगी ने भी तंज कसा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल से लेकर थल और आकाश तक ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां कांग्रेस शासन के दौरान घोटाला ना हुआ हो। अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘इटैलियन कोर्ट के फैसले में इसका उल्लेख है। जाहिर है जबसे इटली की अदालत ने मामले पर सफाई दी है उसके बाद से हर तरफ हंगामा देखने को मिल रहा है।
बिचौलिए ने लिया था गांधी परिवार का नाम
दरससल पटियाला कोर्ट में चल रही पूछताछ में क्रिश्चन ने मिसेज गांधी का नाम डील में शामिल होने को बताया था। लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। बताया जा रहा है कि, बिचौलिए मिशेल ने गांधी परिवार का नाम लेने से पहले वकील से सवाल पूछा था। रिपोर्ट के मुताबिक मिशेल ने सोनिया गांधी के सवाल को लेकर वकील से पहले पूछा था कि, वह क्या जवाब देगा। ED का दावा है कि, क्रिश्चन ने सोनिया गांधी का नाम लिया है। आपको बता दें कि, पिछले दिनों अदालत ने माना था कि, इस डील में घोटाला हुआ है। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है और मुख्य कहा जा रहा है कि 53 करोड़ डॉलर का ठेका पाने के लिए कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को 100-125 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी थी।