मुंबई. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज रविवार को शिवसेना पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्थानीय लोकाधिकार समिती महासंघ में संबोधित किया. इस सभा में ठाकरे का भाषण सभी पार्टियों पर निशाना साध रहा था. ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान हनुमान की जाति पर चर्चा क्यों की जा रही है. यदि किसी अन्य धर्म की जातियों पर चर्चा की जाती है, तो इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा, लेकिन भगवान हनुमान की जाति पर चर्चा करना क्या ठीक है यह बहुत ही दुखद बात है
वहीं राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने राम मंदिर के मुद्दे को भी मजाक बना दिया है, वे कहते हैं कि जब राम मंदिर का मुद्दा आता है तो कांग्रेस बीच में आती है. पर वो ये क्यों भूल जाते हैं कि लोगों ने उन्हें बहुमत देकर उनकी पार्टी को सत्ता में पहुंचाकर कांग्रेस को दंडित किया है. अगर विश्वास खो गया, तो युद्ध जीतना भी मुश्किल है, हालाँकि हम अब आपके द्वारा निर्मित किसी भी राम मंदिर को नहीं देखते हैं. वहीं बीजेपी के आरक्षण पर भी ठाकरे ने निशाना साधते हुए कहा कि यदि आप वास्तव में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की मदद करना चाहते हैं, तो आप 8 लाख की कम वार्षिक आय वालों के टैक्स में क्यों नहीं छूट देते.
ठाकरे ने इस सभा में कहा कि सरकार मजबूर हो तो भी चलेगा, देश मजबूत होना चाहिए. वहीं अपनी पार्टी शिवसेना के लिए उन्होंने कहा कि शिवसेना को पटकने वाला न कोई पैदा हुआ है और न कोई पैदा होगा. जो पार्टी भगवान, देश और धर्म के लिए लड़ेगी, वह पार्टी जीते बिना नहीं रहेगी. वहीं शिव सेना महासचिव और एसएलएस महासंघ के महासचिव अनिल देसाई ने कहा कि महासंघ का सेना की राजनीतिक सफलता में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. बता दें साल 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन था और शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी.