कोलकाता : राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया है। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री ने इस बारे में ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। मतदान में सक्षमता और अपने पसंद के व्यक्ति को चुनना ही हमारे लोकतंत्र को सबसे बड़ा लोकतंत्र के रूप में तब्दील करता है। यह बहुत जरूरी है कि मतदाता विशेष कर वे जो नए हैं और युवा हैं, वह आने वाले आम चुनाव में निश्चित तौर पर अपने मतदान का इस्तेमाल करें। भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा था। इसके मनाए जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य था कि देशभर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाएगी, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। इस सिलसिले में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाएंगे और उन्हें निर्वाचन फोटो पहचान पत्र सौंपे जाएंगे। पहचान पत्र बांटने का काम सामाजिक, शैक्षणिक व गैर-राजनीतिक व्यक्ति करेंगे। इस मौके पर मतदाताओं को एक बैज भी दिया जाएगा, जिसमें लोगो के साथ नारा अंकित होगा ‘मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार हैं।’ भारत निर्वाचन आयोग पूरे देश में इस बार 8वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को सेलीब्रेट करेगा। वर्ष 1950 से स्थापित चुनाव आयोग के 61वें स्थापना वर्ष पर 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का शुभारंभ किया था। इस आयोजन के दो प्रमुख विषय थे, ‘समावेशी और गुणात्मक भागीदारी’ तथा ‘कोई मतदाता पीछे न छूटे’। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए हर साल 25 जनवरी को मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसमें चुनाव आयोग की ओर से जगह-जगह प्रचार-प्रसार अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को मतदाता सूची में शामिल होने और जो भी लोग पहले से मतदाता सूची में शामिल हैं उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करना है। इसके लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों, चौराहों, सार्वजनिक स्थलों, टेलीविजन, रेडियो, समाचार पत्रों समेत अन्य जगहों पर विज्ञापन के जरिए मतदाताओं को जागरूक किया जाता है।