गंगटोक : सिक्किम प्रोग्रेसिव यूथ फोरम (एसपीवाईएफ) द्वारा पिछले 10 दिनों से जारी धरना देर रात अंतत: समाप्त हो गया। एसपीवाईएफ के प्रतिनिधियों, राज्य स्वास्थ्य विभाग के मंत्री अर्जुन कुमार घतानी, विभागीय सचिव विशाल चौहान, जिलापाल कपिल मिना और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद एसपीवाईएफ ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया। उक्त बैठक देर रात लगभग 10:30 बजे से शुरू हुई और सुबह 2 बजे समाप्त हुई।
उल्लेखनीय है कि एसपीवाईएफ पिछले साल से ही पश्चिम जिला के गेजिंग जिला अस्पताल समेत राज्य के सभी जिला अस्पतालों की सोचनीय अवस्था को लेकर आवाज उठा रहा है। एसपीवाईएफ की मांग है कि राज्य के सभी जिला अस्पतालों में भारतीय जन स्वास्थ्य मानक (आईपीएचएस) के तहत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जाए। अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए एसपीवाईएफ ने गत 20 जनवरी को गेजिंग से गंगटोक (लगभग 123 किलोमीटर) पैदल यात्रा ‘गंगटोक चलो’ यात्रा की। 23 जनवरी को गंगटोक पहुंचने के बाद एसपीवाईएफ के सदस्य जिला प्रशासनिक केंद्र परिसर में धरने पर बैठ गए थे।
सोमवार देर रात को लगभग दो बजे बैठक के बाद एसपीवाईएफ ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया। एसपीवाईएफ के सदस्यों ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने एसपीवाईएफ के अधिकांश मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। गेजिंग जिला अस्पताल में सप्ताह में एक बार रेडियोलॉजिस्ट और महीने में एक चार बार सर्जन भेजने तथा इस वित्तीय वर्ष के अंत तक डायलिसिस युनिट स्थापित करने का आश्वासन दिया है। इसी प्रकार राज्य के अन्य जिला अस्पतालों में चिकित्सा सुधार की रिपोर्ट इसी सप्ताह तक एसपीवाईएफ को सौंपने का निर्णय हुआ है।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आज धरना समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, लेकिन एसपीवाईएफ का आंदोलन जारी रहेगा। यदि स्वास्थ्य विभाग ने अपना वचन पूरा नहीं किया तो एसपीवाईएफ पुन: सड़क पर उतर कर आंदोलन करने कोbवआधी होगी| दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के मंत्री अर्जुन कुमार घतानी ने मीडिया कर्मियों को बताया कि बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर ही स्वास्थ्य विभाग काम करेगा।