उत्तर प्रदेशराज्य

कानपुर देहात में अधिकारियों ने उठाया दो सगी बहनों की शादी का जिम्मा, घराती बन धूमधाम से किया बारातियों का स्वागत

कानपुर: यूपी के कानपुर देहात प्रशासन इस वक्त सुर्खियों में है. इसकी वजह है प्रशासन की नेक कारगुज़ारी. यहां प्रशासन ने दो यतीम लड़कियों की शादी बड़े धूमधाम से कराई. इस शादी में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बारात की अगुवानी की. वहीं, समाजसेवियों और रिश्तेदारों ने बारातियों का सेवा-सत्कार किया. प्रशासन का यह काम लोगों के लिए मिसाल बन गया है.

क्या है पूरा मामला?
मामला कानपुर देहात के रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के हरलाल निवादा गांव का है. यहां रहने वाले किसान राम बहादुर कुरील ने बीती 29 मई की रात को फांसी पर लगाकर आत्महत्या कर ली थी. रामबहादुर ने अपनी दो बेटियों कंचन और रूबी की शादी तय की थी. लेकिन कोरोना महामारी के चलते न तो कोई कमाई हुई और न ही पैसों का कुछ जुगाड़ हो सका. इस बात के चलते वो काफी परेशान रहने लगा और एक दिन उसने खुद की जान ले ली. राम बहादुर के इस कदम से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. परिवार को दोनों बेटियों की शादी की चिंता सताने लगी.

प्रशासनिक अधिकारियों ने उठाया बेटियों की शादी का जिम्मा
एक ओर कमाने वाले शख्स की मौत का गम, तो दूसरा बेटियों की शादी किसके सहारे होगी इस बात के बोझ तले पूरा परिवार परेशान रहने लगा. जब इस बात की जानकारी कानपुर देहात के जिला प्रशासन को हुई तो प्रशासन दोनों बेटियों की शादी कराने के लिए आगे आया. इसके बाद कई समाज सेवी भी मदद को आगे आ गए.

कानपुर देहात के जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने एसडीएम के माध्यम से राशन उपलब्ध कराया. दोनों बेटियों का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया. इतना ही नहीं एसडीएम रसूलाबाद अंजू वर्मा ने खुद शादी की कामन ली और कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा कराने में जुट गईं. जिला प्रशासन की पहल को देखते हुए कई समाजसेवी भी मदद के लिए आगे आए.

बड़े ही धूमधाम से हुई शादी 
ऐसे में सभी लोगों ने मिलकर मृतक रामबहादुर द्वारा तय की गई तारीख 30 जून को ही दोनों बेटियों की शादी बड़े धूमधाम से कराई. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी बारात की अगुवानी कर रहे थे, तो वहीं समाजसेवियों और रिश्तेदारों ने बारातियों का सेवा-सत्कार किया. जिलाधिकारी ने दोनों बेटियों को उपहार के रूप में लाखों रुपये की वस्तुएं दी. समाजसेवियों ने टेंट और रिश्तेदारों ने भोजन का इंतजाम कराया. बस तब से ही प्रशासन के कार्यों की तारीफ हर जुबां पर है. इस नेक कार्य को लोग मिसाल मान रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन की मदद की प्रेरणा से प्रभावित होकर मददगार बने लोगों की भी जमकर तारीफ हो रही है.

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