शादी के बाद बीवी की ये आदतें घर को बना देती हैं स्वर्ग
दोस्तों ऐसा कहा जाता हैं कि किसी भी घर की असली तरक्की के पीछे एक महिला का ही हाथ होता हैं. एक महिला अपने पुरे घर को साथ लेकर चलती हैं. उसकी सोच और व्यवहार का असर पुरे घर पर पड़ता हैं. इसलिए जब भी कोई महिला शादी कर के अपने ससुराल जाती हैं तो दो चीजें होती हैं. पहली ये कि या तो वो महिला अपने ससुराल को नर्क बना देगी या फिर दूसरी ये कि उसके आते ही परिवार और घर स्वर्ग बन जाएगा. अब इन दोनों में से आपके घर क्या होता हैं ये पूरी तरह से उस नई नवेली बहू पर निर्भर करता हैं.
आप भी अपने आसपास कई ऐसे उदहारण देख चुके होंगे जहाँ शादी के पहले भाई-भाई और माता पिता हर कोई एक साथ बड़े प्रेम के साथ रहते थे, लेकिन शादी के बाद जैसे ही कोई नई बहू आती हैं तो भाइयों में लड़ाई हो जाती हैं और वो अलग रहने लगते हैं. कई बार तो लोग एक ही घर में रहते हुए भी दो किचन बना लेते हैं. साथ में बैठ खाना तक नहीं खाते हैं. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी अच्छी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें यदि आपकी बीवी या बहू अपना ले तो आपका घर स्वर्ग बन सकता हैं.
1. एक बात हर महिला को दिमाग में अच्छे से बैठा लेनी चाहिए कि इंसान इज्जत का भूखा होता हैं. एक बार उसे कोई धन दौलत ना मिले तो चलता हैं लेकिन यदि कोई थोड़ी सी इज्जत दे तो उसका मन पूरी तरह प्रसन्न हो जाता हैं. जब आप सामने वाले को इज्जत और मान सम्मान देते हैं तो बदले में आपको भी प्रेम और सम्मान मिलता हैं. इसलिए आप अपने व्यवहार सभी के साथ अच्छा रखे और कभी किसी का अपमान ना करे. यदि आप सामने वाले की कोई बात से सहमत नहीं भी हैं तो उसे ये बात प्यार से समझाए.
2. एक आदर्श बहू वही होती हैं जो पुरे परिवार को साथ में लेकर चले. आप घर में कभी कोई फूट डालने की कोशिश ना करे. यदि कोई दूसरा ऐसा करे तो उसे रोके. मिलजुल कर और प्रेम पूर्वक रहने का अपना ही अलग आनंद होता हैं. कभी किसी के बारे में कोई हिन भावना ना रखे और ना ही किसी की बुराई करे. ये बात घर की बहू के अलावा सास सहित अन्य लोगो पर भी लागू होती हैं.
3. शास्त्रों की माने तो जिस घर की महिलाएं रोजाना पूजा पाठ करती हैं वहां भी खुशियाँ ज्यादा होती हैं. इसकी एक वजह ये हैं कि पूजा करते समय हम सभी एक पॉजिटिव सोच रखते हैं. इससे घर में एक अच्छा माहोल बनता हैं. इसलिए जहाँ तक हो सके तो घर में जब भी भगवान की आरती हो तो सभी परिवार के लोगो को इसमें शामिल करे. इससे सभी के बीच प्रेम भावना बढ़ेगी और पूजा के समय किसी भी मनमुटाव का होना भी संभव नहीं होगा.