नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि समाज को धर्म और जाति एवं समुदाय में बांटने की कोशिशों
को देखते हुए भारत को इंदिरा गांधी जैसे धर्मनिरपेक्ष एवं उदार सोच वाले महान नेताओं के संदेश पर चलने की जरूरत है। डा. सिंह ने प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डा. एम एस स्वामीनाथन को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा है कि देश के महान नेताओं की तरह श्रीमती गांधी की सोच धर्मनिरपेक्ष और उदार थी और वर्तमान समय में हमें इंदिरा गांधी द्वारा दिखाए गए रास्ते को याद करने की जितनी जरूरत है उतनी शायद पहले कभी नहीं रही। आज जब देश के कुछ हिस्सों में समाज को धर्म- जाति और समुदाय को लेकर बांटने की कोशिशें की जा रही है। इंदिरा जी का संदेश हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी आर्थिक विकास का फायदा आम आदमी तक और विशेष रूप से कमजोर तबकों तक पहुंचाना चाहती थीं और इस तरह वह देश की एकता को मजबूत कर रही थीं। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी देश में हरित क्रांति लाई जिससे भारत अनाज के मामले में आत्म निर्भर हुआ। उन्होंने कहाकि यह कहना गलत नहीं होगा कि इंदिरा जी के नेतृत्व और डा. स्वामीनाथन की अथक मेहनत की वजह से भारत में जो हरित क्रांति आई उसी की बुनियाद पर आगे काम करके आज हम खाद्य सुरक्षा कानून लागू कर पाए हैं। डा. स्वामीनाथन की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने काम में हमेशा गरीबों और कमजोर तबकों की भलाई का ख्याल रखा। उन्होंने ऐसी तकनीकों और तरीकों पर जोर दिया है जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं हो और जो स्थाई तौर पर अपनाई जा सकें। ऐसा करने से ही हमारे किसानों और खास तौर पर
छोटे किसानों की आजीविका सुरष्टित रह सकती है। डा. स्वामीनाथन ने अपने काम में महिलाओं के हितों का भी खास ध्यान रखा है।